भैंसा 02 डसमबर, (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़ ) भैंसा तहसीलदार मिस्टर प्रभाकर ने सुलेमान टीकरी क़ब्रिस्तान ( बिल्ली की क़ब्र ) का अपने अमले के साथ पहुंच कर इस क़ब्रिस्तान का मुकम्मल जायज़ा लिया। सर्वे नंबर 134 में 8अकऱ् अराज़ी पर मुश्तमिल ही, जो इस क़ब्रिस्तान की अराज़ी पर आए दिन नाजायज़ क़बज़े करते हुए तामीरात की जा रही हैं, जिस की शिकायत क़ब्रिस्तान कमेटी की जानिब से की गई थी ।इस क़ब्रिस्तान की अराज़ी की हिसारबंदी ना होने की वजह से आए दिन इस क़ब्रिस्तान के हदूद में मकानात तामीर किए जा रहे हैं। तहसीलदार मिस्टर प्रभाकर ने वहां पर मौजूद नाजायज़ क़ाबज़ीन को अपने अपने दस्तावेज़ात तहसील ऑफ़िस पर लाने की हिदायत दी और उन्हों ने मुकम्मल तौर पर इस क़ब्रिस्तान का मुकम्मल जायज़ा लिया। बादअज़ां वहां पर मौजूद क़ब्रिस्तान कमेटी के क़ाइदीन जिन में सदर क़ब्रिस्तान कमेटी अबदुलक़ादिर-ओ-ज़िला वक़्फ़ बोर्ड डायरैक्टर नायब सदर अबदुलक़य्यूम ( तब्ल ) अबदुलक़दीर मौज़फ़ लकचरर, जनाब लतीफ़ मौज़फ़ एमसी, जनरल सैक्रेटरी क़ब्रिस्तान सय्यद अंसार के इलावा अबदालराफ़ा, तालिब चाउश, सय्यद जावेद जर्नलिस्ट, अब्दुह लहा जी कराना मरचैंट, हाजी साहिब, पेश इमाम, शेख़ मख़दूम ने भैंसा तहसीलदार को इस क़ब्रिस्तान के मुताबिक़ तमाम तफ़सीलात और नाजायज़ क़ाबज़ीन का तज़किरा किया।इस मौक़ा पर अक्सरीयती तबक़ा के अफ़राद भी मौजूद थे जिन में साई नाथ, राज लिंगू, लक्ष्मण, पूष्टि, स्वामी, नारायण मौजूद थी।उन्हों ने इस मौक़ा पर तहसीलदार प्रभाकर से कहा कि इस क़ब्रिस्तान की अराज़ी की ज़मीन जिस पर झाड़ियां मौजूद हैं इस ज़मीन पर कई साल से उन के अफ़राद रफ़ा हाजत केलिए इस्तिमाल करते हैं। इस अराज़ी को छोड़कर क़ब्रिस्तान की जगह की निशानदेही करने का मुतालिबा किया। जिस पर भैंसा तहसीलदार ने कहाकि पहले क़ब्रिस्तान की अराज़ी का मुकम्मल सर्वे के बाद ही दोनों फ़िरक़ों से आपस में बातचीत के ज़रीया हल निकाला जाएगा। इस क़ब्रिस्तान की अराज़ी पर आए दिन नाजायज़ क़बज़े करते हुए 140 से ज़ाइद मकानात तामीर किए जा चुके हैं। इस मौक़ा पर क़ब्रिस्तान कमेटी ने इस क़ब्रिस्तान की मुकम्मल ज़मीन की निशानदेही करते हुए हिसारबंदी का मुतालिबा किया.