3 दिसंबर को भोपाल गैस त्रासदी की 31वी बरसी थी. हर साल की तरह इस साल भी 31 साल बाद भी सिर्फ भोपाल में कई श्रद्धांजलियों का आयोजन किया गया। सन 1984 में 2 और 3 तारीख की आधी रात को भोपाल के एक यूनियन कार्बाइड कारखाने से मिथाइल आइसोसाइनाइड गैस लीक होने से 15 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे और हजारों लोग अपंग हो गए थे।
सन 1984 भोपाल गैस त्रासदी के बाद से आज तक गैस पीड़ित पुर्नवास और मुआवजे के लिए भटक रहे हैं। यूनियन कार्बाइड कारखाना चलाने वाले डाई केमिकल्स पर आज तक कोई कड़ी एवं पुख्ता कारवाई नहीं की गयी हैं.
हर साल इस दिवस पर गैस से मरे लोगों के लिए सिर्फ श्रद्धांजलि सभाएं होती हैं पर आरोपियों को सख्त सजा की कोई खबर नहीं आती। हाथ-पैर और आंखें गंवा चुके कई लोग बेकार हैं और बहुत बुरी स्तिथि में जीवन जी रहे हैं।
भोपाल गैस त्रासदी में गैस से पीड़ित इलाकों में बच्चे आज तक अपंग पैदा हो रहे हैं. 31 साल बाद भी सिर्फ श्र्द्धांजलि सभाएं हो रही है लेकिन इन्साफ का कही अत पता नहीं