भोपाल में दो दिवसीय महिला सभा का आयोजन, दीनी तालीम के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा पर जोर

भोपाल: भोपाल में दो दिवसीय महिला सभा में महिला विद्वानों ने मुसलमानों को शिक्षा प्राप्त करने की जहां बार बार हिदायत की, वहीं उन्होंने मुसलमानों के अख्लाकी पतन के लिए कौम की शिक्षा से दूरी को सबसे बड़ा कारण बताया.

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प्रदेश 18 के अनुसार, जमाते इस्लामी और शहादते हक के संयुक्त बैनर तले भोपाल में दो दिवसीय महिला सभा शुरू हो गया है. महिला सभा का पहला दिन कुरान की तालीम से शुरू हुआ. इसके बाद ईमान और अमल, निकाह एक इबादत , मिल्लत का नैतिक पतन, नबी (PBUH) की ज़िन्दगी बेहतरीन नमूना और बेटी की तरबियत के विषय पर महिला विद्वानों ने अपने विचार रखे.
महिला विद्वानों ने अपने भाषणों में जहां लोगों के नैतिक पतन के लिए उनकी अशिक्षा को करार दिया, वहीं उन्होंने मुसलमानों को शिक्षा प्राप्त करने की हिदायत भी दी. महिला विद्वानों का कहना था कि शिक्षा से दूरी के कारण मुसलमान अराजकता के शिकार हैं. उन्होंने दीनी तालीम के साथ आधुनिक शिक्षा हासिल करने पर भी जोर दिया.
गौरतलब है कि जमाते इस्लामी द्वारा आयोजित भोपाल में पिछले 16 वर्षों से महिला सभा का आयोजन किया जा रहा है. हर साल सभा का आयोजन एक खास विषय पर किया जाता है. इस साल इस सभा का आयोजन ‘मोमिन बेटी अपने आप को पहचाने’ के शीर्षक से किया गया है. सभा में देश के मौजूदा हालात और मुसलमान उनसे जिस तरह से दो चार हो रहे हैं, उस पर भी प्रकाश डाला.
यही नहीं निकाह एक इबादत के विषय पर वक्ताओं ने विस्तृत प्रकाश डालते हुए तीन तलाक के मामले को लेकर मीडिया में जिस तरह की खबर आ रही हैं, उस पर भी अपने विचार व्यक्त किए.

महिला सभा के पहले दिन उद्घाटन सत्र के बाद चार विशेष सत्र का आयोजन किया गया. रात में बाद नमाज इशा ‘इस्लाम का मालूमाती कार्यक्रम’ के शीर्षक से एक जनसभा आयोजित होगा जिसमें पति-पत्नी के अधिकार कुरान और सुन्नत की रौशनी में महिला विद्वान अपने विचार व्यक्त करेंगी.