मंत्री को इलाज के लिए विदेश भेजा जा सकता है तो फौजी जवान को क्यों नहीं- घायल जवान की बहन

श्रीनगर: शुक्रवार को पाकिस्तान द्वारा किए गए सीजफायर के उल्लंघन और गोलीबारी में घायल हुए बीएसएफ के जवान गुरनाम सिंह की बहन गुरजीत सिंह ने सरकार से पूछा है कि जब मंत्री अपने कंधे का इलाज कराने के लिए विदेश जा सकते हैं, उनके भाई को इलाज के लिए विदेश क्यों नहीं भेजा जाता है? उरी अटैक के बाद सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय इधर उधर बांटने वाली केंद्र सरकार को एक घायल जवान की बहन ने कटघरे में खड़ा किया है.

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नेशनल दस्तक के अनुसार, पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर के हीरानगर सेक्टर में बोबिया पोस्ट पर गोलीबारी की थी. इसमें गुरनाम घायल हो गए थे, जबकि भारतीय सेना ने पाकस्तानी रेंजर्स के 7 जवानों को मार गिराया था और इसमें पाकिस्तन के 7 जवान घायल भी हुए थे.

गुरजीत ने कहा कि जब मंत्री अपने कंधे का इलाज कराने के लिए विदेश जा सकते हैं, तो उनके भाई को क्यों नहीं भेज दिया जाता? उन्होंने कहा, ‘हम उनकी मौजूदा हालत से बहुत दुखी हैं. विदेश से डॉक्टरो की टीम ही क्यों नहीं बुलाई जा सकती?’

आपको बता दें कि उरी अटैक के बाद भारत की तरफ से PoK में की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अब तक कई बार पाकिस्तना की तरफ से सीजफायर का उल्लंघन हो चुका है. बुधवार को भी सीजफायर के उल्लंघन में पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी में एक जवान शहीद हो गया था. इससे पहले रविवार को ऐसी ही घटना में भारतीय जवान सुधीश कुमार शहीद हो गए थे.