सुल्तानपुर से भाजपा सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने इस बार खुद को मंत्री नहीं बनाए जाने पर कहा कि बड़े अंतर से जीतने और लंबे समय तक सांसद रहने वाले को प्रोटेम स्पीकर चुना जाता है और वह खुद भी उनमें से एक हैं।
सांसद बनने के बाद पहली बार सुल्तानपुर के तीन दिवसीय दौरे पर रविवार को पहुंचीं मेनका ने चुनाव जिताने के लिए जनता का धन्यवाद करते हुए जिले में हर वर्ग के विकास की बात कही।
भाजपा की पिछली सरकार में महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रही मेनका ने खुद को इस बार मंत्री नहीं बनाए जाने के सवाल पर कोई सीधा जवाब नहीं देते हुए कहा कि इसका जवाब सुल्तानपुर की जनता से लीजिए। हालांकि, उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि बड़े अंतर से चुनाव जीतने और लंबे वक्त तक सांसद रहने वाले को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाता है और उनमें से मैं भी एक हूं।
इस बार पीलीभीत से सांसद चुने गए अपने बेटे वरुण गांधी को भी मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किये जाने के सवाल पर मेनका ने चुप्पी साध ली। बयान देने के बजाय उन्होंने कहा “अच्छा तो हम चलते हैं।” मेनका कलेक्ट्रेट में तीन जून को अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक करेंगी। साथ ही चार जून को उनका पुलिस अधिकारियों और थानाध्यक्षों से मुलाकात का भी कार्यक्रम है।
मेनका गांधी ने कहा कि जिले में स्थिति ठीक नहीं है। उनका इशारा लोकसभा चुनाव में अपने प्रतिद्वंदी सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी रहे बसपा नेता चन्द्रभद्र सिंह सोनू की ओर था। उन्होंने कहा कि अच्छी कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक की है। अगर एसपी अच्छा होगा तो कानून-व्यवस्था भी बेहतर होगी। मेनका ने कहा कि सुल्तानपुर में विकास योजनाओं को मूर्त रूप देने का प्रयास शुरू हो गया है।