मंदसौर गैंगरेप: गांव के मुसलमानों ने कहा- आरोप साबित हुई तो कब्रिस्तान में शव दफनाने नहीं देंगे

मध्य प्रदेश के मंदसौर में 7 साल की बच्ची से हुई हैवानियत के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। पुलिस ने बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

इस बीच मंदसौर और इंदौर में भारी जनसमूह दुष्कर्मियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुआ। चारों ओर से सिर्फ एक ही आवाज उठ रही है और सिर्फ एक मांग की जा रही है, और वह है दुष्कर्मियों के लिए फांसी।

इस बीच सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किए गए आरोपी इरफान के खिलाफ उसके गांव वालों का ही गुस्सा फूट पड़ा है। इरफान के गांव रिंगनोद के लोगों ने कहा है कि अगर कोर्ट इरफान को फांसी की सजा देता है तो उसके शव को गांव में दफनाने तक नहीं दिया जाएगा।

बता दें कि सीसीटीवी फुटेज में बच्ची इसी इरफान नाम के शख्स के पीछे-पीछे जाती दिखी थी। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। उन्होंने बताया कि स्कूल खत्म होने के बाद स्कूल के बाहर पिता का इंतजार कर रही बच्ची को उन्होंने लड्डू देकर फुसलाया था।

मंदसौर में मासूम के साथ हुई रेप की वारदात के बाद सड़कों पर विरोध का सैलाब उमड़ पड़ा है। मंदसौर से लेकर रतलाम तक विरोध प्रदर्शन हुए। नीमच के अलावा ढेरों गांव तक बंद रहे।

साभार- ‘आज तक’