मंदिर पहुंचे मुस्लिम मंत्री को बीजेपी नेता का विरोध

केरल : जलील राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण और हज यात्रा के मिनिस्टर हैं। वह रविवार को मंदिर संबंधी मामलों के मंत्री कडकांपल्ली सुरंद्रन के साथ मंदिर पहुंचे थे। वे दोनों वहां आने वाले एक त्योहार की तैयारियों की निगरानी करने के लिए गए थे। जलील के मंदिर जाने की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर आई तो लोगों ने उनकी काफी तारीफ की थी। जलील वैसे तो मल्लापुरम से निर्दलीय विधायक हैं लेकिन उन्हें सीपीआई (एम) का समर्थन प्राप्त है। जलील ने खुद ही मंदिर वाली अपनी फोटोज को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था।

केरल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सीनियर नेता वी मुरलीधरन ने मुस्लिम मंत्री केटी जलील का सबरीमाला मंदिर जाने पर विरोध किया। जलील रविवार को सबरीमाला मंदिर पहुंचे थे। इसके साथ ही वह वहां जाने वाले पहले मुस्लिम मंत्री बन गए थे। इसपर मुरलीधरन ने कहा कि हिंदू धार्मिक स्थल को मतलब की राजनीति का हिस्सा नहीं बनाया जाना चाहिए। सोमवार को मुरलीधरन ने कहा, ‘जलील पूर्व सिमी नेता हैं। इस बात पर भरोसा करना मुश्किल है कि वह एक दम से सेकुलर नेता बन गए होंगे। मेरी जानकारी में जलील का सबरीमाला मंदिर में कोई काम नहीं है।’ भाजपा नेता ने आगे कहा कि फोटो खिंचवाने के लिए मंदिर को पिकनिक स्पॉट नहीं बनाया जाना चाहिए। मुरलीधरन ने कहा, ‘जलील धार्मिक दर्शन के लिए भगवान अयप्पा के भक्त की तरह अगर जाना चाहते हैं तो जाएं लेकिन मतलब की राजनीति के लिए वहां नहीं जाना चाहिए।’

गौरतलब है कि सबरीमाला मंदिर पहले भी चर्चा में रहा है। पहले वहां महिलाओं के जाने पर पाबंदी थी। लेकिन फिर सुप्रीम कोर्ट की दखल के बाद मंदिर के अंदर महिलाओं को भी जाने की इजाजत मिली थी।