मंहगाई के बावजूद सऊदी सरकार ने 52 सालों से नही बढ़ाया हज फीस

रियाद : दुनियाभर में मंहगाई दर लगातार बढ़ोतरी हुई हैं, बल्कि हर साल इसमें इज़ाफ़ा होता रहा हैं, इसके बावजूद गुजिशता 52 सालो से हज पर आने वाले विदेशी लोगों से अभी भी बराबर शुल्क लिया जाता हैं. 52 साल पहले सऊदी अरब के शाही फरमान के मुताबिक हज पर आने वाले विदेशी को 214 सऊदी रियाल की रकम जमा करनी पड़ती हैं, तब से लेकर आज तक यह फीस समान हैं.

हज पर आने वाले लोगों से लिए गए फीस में यात्रियों की सेवाएं और मक्का के नज़दिक उनके ठहरना का फीस सम्मलित हैं. हालाँकि सभी देशो में मौजूद हज प्रतिनिधिमंडल, हज मामलों के दफ्तर और आयोजक मक्का और मदीना में आवास उपलब्ध कराने के लिए ज़िम्मेदार हैं।

तुर्की, यूरोप, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के तवाफ़ संस्था के उपाध्यक्ष ओसामा ज़वावी का कहना हैं कि हज पर आये यात्रियों को संस्था मुसलसल अच्छी सर्विस मुहैया करने की कोशिश करती रहती हैं.
उन्होंने बताया कि एक गणना के मुताबिक असल में हज पर आये एक यात्री को प्रदान होने वाली सेवाओ का शुल्क लगभग 1,050 सऊदी रियाल होना चाहिए जोकि आज की तारिख में लिए जा रहे शुल्क का चार गुना हैं।