मक़बरा फ़ातिहा फ़तह दरवाज़ा: नाजायज़ तामीरात को हटाने की हिदायत

हैदराबाद 31 मई – फ़तह दरवाज़ा का शुमार हैदराबाद के इंतिहाई क़दीम तरीन मुहल्लों में होता है और शहर के इस हिस्से में बुज़ुर्गाने दीन की काफ़ी मज़ारात और ख़ानक़ाहें भी हैं । शहर का सब से क़दीम क़ब्रिस्तान भी इस बस्ती में वाक़े है।

लेकिन यहां एक ऐसा मक़बरा भी है जहां चंद क़ुबूर को मिस्मार करते हुए कुछ लोगों ने नाजायज़ मकानात तामीर कर लिए हैं और मुक़ामी नौजवानों के एतराज़ के बावजूद वक़्फ़ बोर्ड और अज़ीमतर मजलिस बल्दिया हैदराबाद क़ब्रिस्तान की अराज़ी पर तामीर कर्दा नाजायज़ तामीरात को मुनहदिम करने में टाल मटोल से काम ले रही हैं ।

मुक़ामी नौजवानों के मुताबिक़ वो गुज़िश्ता 6 साल से मक़बरा की तक़रीबन 1000 गज़ अराज़ी पर तामीर कर्दा गैरकानूनी तामीरात को बर्ख़ास्त करवाने की कोशिशों में मसरूफ़ हैं लेकिन ऐसा लगता है कि वक़्फ़ बोर्ड और बल्दिया जानबूझ कर इस जानिब तवज्जा नहीं दे रहे हैं।

इन नौजवानों ने मज़ीद बताया कि वक़्फ़ बोर्ड ने एक अप्रैल 2013 को कमिश्नर जी एच एम सी हुसैन सागर हैदराबाद को मौसूमा मकतूब में मक़बरा फ़ातिहा की अराज़ी पर गैर मजाज़ तौर पर तामीर कर्दा मकानात को मुनहदिम कर देने के लिए 6-04-2013 को सुबह 11 बजे दिन बल्दी हुक्काम को रवाना करने की दरख़ास्त की ।

इस मकतूब में जो सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड मौलाना ख़ुसरो पाशा की हिदायत पर भेजा गया था । अब देखना ये है कि इस मर्तबा हफ़्ता को इन गैर मजाज़ तामीरात का इन्हिदाम होता है यह नहीं । मुक़ामी नौजवानों का कहना है कि वक़्फ़ बोर्ड की जानिब से इन्हिदाम की तारीख मुक़र्रर किए जाने के बावजूद बल्दिया का हरकत में ना आना कई एक सवालात को जन्म दे रहा है।

इन नौजवानों ने इस्तिफ़सार किया कि आख़िर इस तारीख़ी मक़बरा की अराज़ी पर से नाजायज़ तामीरात को बर्ख़ास्त करने में कौनसी ताक़त रुकावट बनी हुई है ? इस के पीछे उस ताक़त के क्या मक़ासिद पोशीदा हैं ? वक़्फ़ बोर्ड और बल्दी ओहदेदार आख़िर क्यों इस जानिब तवज्जा नहीं दे रहे हैं ? हम ने इस सिलसिले में पुलिस इन्सपेक्टर कमाटीपुरा जी राम रेड्डी से मुलाक़ात की।

उन्हों ने बताया कि अगर वक़्फ़ बोर्ड और बल्दिया तआवुन तलब करें और इन्हिदामी कार्रवाई की क़तई तारीख बताएं और नाजायज़ मकानात की निशानदेही करें तो इस के लिहाज़ से पुलिस तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम किया जाएगा लेकिन वक़्फ़ बोर्ड और बल्दिया इस मुआमले में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।