मक्का चेक प्वाईंट पर ज़नाना लिबास में मलबूस मर्द हिरासत में

जद्दा 30 अक्टूबर (एजैंसीज़) ये बात इंतिहाई हैरतअंगेज़ है कि जारीया साल ऐसे आज़मीन जिन्हें हज करने का परमिट नहीं मिला है उन की बेचैनी और मायूसी का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि वो मुक़ामात मुक़द्दसा मैं ज़नाना लिबास पहन कर दाख़िल होने की कोशिश कर रहे हैं।

इनकी ये चालाकी वहां मौजूद ख़ातून पुलिस अहलकारों ने इस वक़्त पकड़ ली जब ख़ातून पुलिस बगै़र परमिट के दाख़िला के इंसिदाद के लिए मुख़्तलिफ़ ख़वातीन को चेक कर रही थीं।

दरीं असना जनरल डायरेक्टर आफ़ पासपोर्टस तर्जुमान कर्नल बदर बिन हामिद -मलिक ने कहा कि गुज़श्ता कुछ हफ़्तों में हम ने मक्का और दीगर मुक़ामात मुक़द्दसा में हज परमिट के बगै़र दाख़िल होने वालों की कोशिश को नाकाम बना दिया।

उन्होंने कहा कि महिकमा पासपोर्ट के ओहदेदार और सड़क पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड्स सड़क से गुज़रने वालों के शनाख़ती कार्ड्स चैक कर रहे हैं ताकि ये मालूम हो सके कि आया वो सऊदी शहरी हैं, तारकीन-ए-वतन हैं या आज़मीन-ए-हज्ज।

जिन के पास हज के दस्तावेज़ात और इजाज़त नामे नहीं होते उन्हें वापिस भेज दिया जाता है।