डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना जनाब मुहम्मद महमूद अली ने महकमा अक़लीयती बहबूद के ओहदेदारों को हिदायत दी कि वो मक्का मस्जिद और शाही मस्जिद के मुलाज़मीन की तनख़्वाहों की फ़िलफ़ौर अदायगी को यक़ीनी बनाएं।
उन्हों ने गुज़िश्ता दो माह से तनख़्वाह की अदम इजराई पर अफ़सोस का इज़हार किया। उन्हों ने कहा कि हाल ही में वो इस सिलसिले में ओहदेदारों को हिदायात दे चुके हैं इस के बावजूद तनख़्वाहों की अदमे अदाइगी पर उन्हें अफ़सोस है।
उन्हों ने कहा कि बजट की कमी कोई मसअला नहीं है और अक़लीयती बहबूद के किसी भी मद से तनख़्वाहों की अदायगी को यक़ीनी बनाया जा सकता है। हंगामी सूरत में किसी भी अक़लीयती इदारा के बजट का इस्तेमाल मुम्किन है।
उन्हों ने कहा कि ग़रीब मुलाज़मीन को दो माह से तन्ख़्वाहों की अदमे अदाइगी यक़ीनन उन मुलाज़मीन के लिए मसाइल का सबब बनेगी। उन्हों ने बताया कि जो भी काम ज़ेरे इल्तिवा हैं उन की फ़ौरी तकमील के लिए दरकार बजट जारी किया जाएगा।