हैदराबाद 21 जून (सियासत न्यूज़) तेलुगु देशम पार्टी के साबिक़ रुक्न क़ानूनसाज़ कौंसिल और सीनियर क़ाइद जनाब इब्राहीम बिन अबदुल्लाह मसक़ती ने हुकूमत से मुतालिबा किया कि रमज़ानुल मुबारक की आमद के पेशे नज़र दोनों शहरों हैदराबाद और सिकंदराबाद में इंतेज़ामात के सिलसिले में आला सतही इजलास तलब किया जाए।
उन्हों ने कहा कि अब जबकि मानसून का आग़ाज़ होने को है लिहाज़ा हुकूमत को सख़्त चौकसी की ज़रूरत है क्योंकि बारिश के आग़ाज़ के साथ ही कई वबाई अमराज़ के फैलने का ख़तरा बढ़ जाता है।
जनाब इब्राहीम मसक़ती ने कहा कि रमज़ानुल मुबारक के दौरान सेहत और सफ़ाई के ख़ुसूसी इंतेज़ामात पर तवज्जा दी जानी चाहीए क्योंकि अक्सर ये देखा गया है कि मसाजिद के अतराफ़ गंदगी और नाक़ुस सफ़ाई के इंतेज़ामात के सबब मुसलमानों को इबादतों में दुशवारीयों का सामना करना पड़ता है।
अगर ये काम रमज़ान तक भी मुकम्मल नहीं किए गए तो मुसल्लीयों को कई एक मुश्किलात का सामना करना पड़ सकता है। उन्हों ने कहा कि बजट की मंज़ूरी के बावजूद गुज़िश्ता दो बर्सों से मक्का मस्जिद के लिए अलैहदा जेनरेटर का इंतेज़ाम नहीं किया जा सका।
जनाब मसक़ती ने रमज़ानुल मुबारक में बारिश के अंदेशा के तहत सहन में वाटरप्रूफ शामियाने का इंतेज़ाम करने का मुतालिबा किया ताकि तरावीज और इफ़तार में मुसल्ली बारिश से महफ़ूज़ रह सकें।
उन्हों ने कहा कि गुज़िश्ता साल भी मस्जिद के सहन में वाटरप्रूफ शामियानों का इंतेज़ाम नहीं किया गया था जिस के बाइस पहले दहे की तरावीह में शिरकत करने वाले मुसल्लीयों को दुश्वारियां पेश आईं।
उन्हों ने मक्का मस्जिद के ज़ेरे तकमील कामों की जंगी ख़ुतूत पर तकमील का मुतालिबा किया। उन्हों ने कहा कि जायज़ा इजलास में अवामी नुमाइंदों के साथ साथ उल्मा और मुसलमानों की नुमाइंदा शख़्सियतों को भी मदऊ किया जाना चाहीए।