मक्का मस्जिद में बम लगाने वाले दो मुजरीमों की पहचान‌

* स्थानिय लोगों की मदद हासिल करने का शुबा, जांच पड्ताल‌ में एन आई ए की अहम कोशीश‌
हैदराबाद । (सियासत न्यूज़) मक्का मस्जिद बम धमाका की जांच पड्ताल कर रही नैशनल इन्वेस्टी गैशन एजंसी (एन आई ए) ने जांचपड्ताल‌ में कोशीश‌ करते हुए मस्जिद में बम लगाने वाले दो ख़ातियों की पहचान‌ करली है और उन पर कड़ी नज़र रखे हुए है।

उच्च‌ ज़राए के मुताबिक‌ एन आई ए ने अब तक की जांचपड्ताल‌ में इस नतीजे पर पहुंची है कि 18 मई 2007 को तारीख़ी मक्का मस्जिद में पेश आए बम धमाके एक बहुत बडी साज़िश का हिस्सा है और आर एस एस के कारकुनों ने ये कार्रवाई अंजाम दी हैं।

जांचपड्ताल‌ के दौरान एन आई ए को ये इत्तिला मिली है कि मक्का मस्जिद में बम लगाने वाले मुजरीम‌ हिन्दी और उर्दू से वाक़िफ़ हैं और शुबा किया जा रहा हैकि ख़ातियों ने वारदात अंजाम देने के लिए स्थानिय लोगों की मदद हासिल की है। ज़राए ने ओर‌ बताया कि मक्का मस्जिद बम धमाका से मुताल्लिक़ एन आई ए को तहक़ीक़ात में इस वक़्त काम्याबी हासिल हुई जब एजंसी ने समझौता एक्सप्रैस ट्रेन बम धमाका में लीपित‌ आर एस एस प्रचारक कमल चौहान को गिरफ़्तार और इस की कड़ी तफ़तीश की, जिस में हैरतनाक हक़ायक़ जाहिर होएं।

ज़राए ने बताया कि एन आई ए को जांच पड्ताल‌ के दौरान ये पता लगा कि मुल्क भर में पेश आए बम धमाकों दरगाह हज़रत ख़्वाजा मुईन उद्दीन चिशती अजमेर शरीफ़ , समझौता एक्सप्रैस, मक्का मस्जिद, मालीगाँव‌ और मोडासा धमाकों के लिए मध्य प्रदेश इंडोर से ताल्लुक़ रखने वाले सीनीयर आर एस एस परचारक जिन में मक़्तूल सुनील जोशी, संदीप दानगे और रामचंद्र कालसंगरा ने कई टीमें बनाइ थी, जिन के ज़रीये बम धमाके करवाए गए।

एसा माना जाता हैकि बम धमाकों के लिए इस्तिमाल किए गए एक टीम के सदस्यों को दूसरी टीम के सदस्यो के निशाने की इत्तिला नहीं दी गई थी। बम धमाकें करवाने के लिए मध्य प्रदेश के इलाक़ा देवास के एक मुक़ाम बागली में तर्बीयत दी गई थी। मुल्क भर के बम धमाकों के असल साज़िशी दो आर एस एस प्रचारक रामचंद्र कालसंगरा और संदीप दानगे हैं जिन के सर पर एन आई ए ने 10 लाख फी कस का इनाम का एलान किया है।

एन आई ए को ये भी शुबा है कि कालसंगरा और संदीप दानगे को आर एस एस के कारकुनों ने ही ठिकाने लगा दिया होगा, जैसे पहले के तमाम धमाकों में लीपित‌ आर एस एस कारकुन सुनील जोशी का मध्य प्रदेश देवास में साथी आर एस एस कारकुनों ने क़तल कर दिया था।

मुल्ज़िमीन की तलाश के लिए एन आई ए गोहाटी तक अपनी टीमें भेजी थीं, लेकिन उन्हें ये मालूम हुवा है कि संदीप दानगे और कालंसगरा नेपाल में छिप गए हैं।मक्का मस्जिद बम धमाके केस जिस की जांचपड्ताल‌ सैंटर्ल ब्यूरो आफ़ इन्वेस्टी गैशन ने साबिक़ में की थी, इस धमाका में लिपीत‌ 4 आर एस एस कारकुन देवेंद्र गुप्ता उर्फ़ बाबी, लोकेश शर्मा उर्फ़ अजय‌ तीवारी, नबा कुमार सरकार उर्फ़ स्वामी असीमानंद, भरत मोहन लाल रातीशोर उर्फ़ भरत भाई को गिरफ़्तार किया था और उन के ख़िलाफ़ चार्ज शीट भी दाख़िल की गई थी, जिस में आर एस एस कारकुन मक़्तूल सुनील जोशी को भी मुल्ज़िम बताया गया है।

वाज़िह रहे कि 18 मई 2007 में हुए मक्का मस्जिद बम धमाके में 9 नमाजि शहिद‌ हो गए थे और 58 नमाजि ज़ख़मी हो गए थे जबकि पुलिस फायरिंग में भी कई नमाजियों को शहीद किया गया।