ओहदेदारों की लापरवाही पर बाज़पुर्स , तमाम ज़रूरी कामों को मुकम्मल करने की हिदायत : अहमद नदीम
तारीख़ी मक्का मस्जिद में मुसल्लियों केलिए बुनियादी सहूलतों की फ़राहमी में हुक्काम की नाकामी पर सेक्रेटरी अक़िलियती बहबूद जनाब अहमद नदीम ने ओहदेदारों पर सख़्त बरहमी का इज़हार किया। उन्होंने मुताल्लिक़ा ओहदेदारों से बुनियादी सहूलतों की फ़राहमी में ताख़ीर की वजह दरयाफ़त की।
हुकूमत ने रमज़ानुल-मुबारक से क़ब्ल मक्का मस्जिद में आहक पाशी और दीगर अंजाम की हिदायत दी थी और इस सिलसिले में फंड्स भी जारी कर दिए गए लेकिन हुक्काम की लापरवाही के नतीजे में बुनियादी काम अभी भी नामुकम्मल है। मक्का मस्जिद उमूर के अस्सिटेंट कमिशनर एस कुमार को सेक्रेटरी अक़िलियती बहबूद ने हिदायत दी कि वो ना सिर्फ़ शख़्सी तौर पर कामों की निगरानी करें बल्कि नमाज़ तरावीह के वक़्त मौजूद रहते हुए मुसल्लियों को दरपेश मुश्किलात का जायज़ा लें।
उन्होंने इफ़तार की तरह तरावीह के मौक़े पर भी मुस्लियों केलिए साफ़ पीने के पानी की सरबराही की भी हिदायत दी। उन्होंने कहा कि मस्जिद में जारी तमाम ज़रूरी कामों की फ़ौरी तकमील होनी चाहिए। मक्का मस्जिद के हाउज़ में मुस्लियों केलिए वुज़ू की सहूलत केलिए पानी की सतह में इज़ाफे की भी हिदायत दी गई।
स्पेशल सेक्रेटरी अक़िलियती बहबूद सय्यद उमर जलील ने भी आज मक्का मस्जिद के अस्सिटेंट कमिशनर और दीगर ओहदेदारों को तल्ब किया और मुसल्लियों की तकालीफ़ से वाक़िफ़ कराया। मक्का मस्जिद के सुप्रिटेंडेंट ने बताया कि ज़रूरी कामों की तकमील के सिलसिले में ताख़ीर से टेन्डरस की तलबी के बाइस बाज़ मुश्किलात पैदा हुई हैं।
रमज़ानुल-मुबारक के आग़ाज़ से सिर्फ़ एक दिन क़ब्ल ही कामों का आग़ाज़ हुआ जो कि अभी भी जारी है। सुप्रिटेंडेंट के मुताबिक़ आहक पाशी और सफ़ाई के काम की तकमील के लिए मज़ीद दस दिन दरकार होंगे|