हैदराबाद 16 सितम्बर: मक्का मुकर्रमा में शेख़ महबूब बी की तदफ़ीन अमल में आई, जिनका कल ख़राबी सेहत के बाइस इंतेक़ाल हो गया था। करनूल से ताल्लुक़ रखने वाली ख़ातून हाजी जो अपने भांजे के साथ फ़रीज़ा हज की अदायगी के लिए रवाना हुई थी, 2 सितम्बर को तबीयत बिगड़ गई। तदफ़ीन के सिलसिले में स्पेशल ऑफीसर हज कमेटी प्रोफेसर एस ए शुकूर ने मरहूमा की बेटी से नो ऑब्जेक्शन सर्टीफिकट हासिल करते हुए इंडियन हज मिशन को रवाना किया।
शराइत के मुताबिक़ तदफ़ीन के लिए किसी फ़र्द ख़ानदान की तरफ से एनओसी की इजराई ज़रूरी है। मरहूमा की बेटी शाकरा की तरफ से एनओसी रवाना किए जाने के बाद मक्का मुकर्रमा में तदफ़ीन अमल में आई। प्रोफेसर एस ए शुकूर ने बताया कि अय्याम हज की तकमील के बाद मिना से वापिस होने वाले बाज़ हुज्जाज किराम की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें मुक़ामी हॉस्पिटल से रुजू किया गया है। कई हुज्जाज किराम ने खांसी और दस्त की शिकायत की है।
दूसरी तरफ़ मिना से वापसी के बाद रुबात में क़ियाम करने वाले हुज्जाज किराम के लिए नाज़िर रुबात हुसैन शरीफ़ की तरफ से ज़याफ़त का दुबारा आग़ाज़ हो चुका है। हुसैन शरीफ़ अपनी शख़्सी निगरानी में हुज्जाज के खाने का इंतेज़ाम कर रहे हैं।