हैदराबाद 26 अगस्त: मक्का मुकर्रमा की निज़ाम रुबात में क़ियाम के सिलसिले में जारी किए गए इजाज़त नामों पर तनाज़ा खड़ा हो गया और मुंतख़ब फ़हरिस्त से हट कर जारी करदा इजाज़त नामों को नाज़िर रुबात ने क़बूल करने से इनकार कर दिया है। बताया जाता है कि दोनों इमारतों में क़ुरआ अंदाज़ी से मुंतख़ब किए गए आज़मीन की फ़हरिस्त को नाज़िर रुबात ने कौंसिल जनरल इंडिया जेद्दाह से मंज़ूरी हासिल करली थी जब तेलंगाना के आज़मीन निज़ाम औक़ाफ़ कमेटी से मंज़ूरी के मकतूब के साथ रुबात पहुंचे तो नाज़िर हुसैन शरीफ़ ने मनज़ोरा फ़हरिस्त से इन्हिराफ़ पर उन्हें अज़ीज़ ये रवाना कर दिया। बताया जाता है कि नाज़िर रुबात ने अब तक तक़रीबन15 एसे आज़मीन की निशानदेही की है जिन्हें क़ुरआ अंदाज़ी की मनज़ोरा फ़हरिस्त से हट कर रुबात में क़ियाम के इजाज़त नामे औक़ाफ़ कमेटी की तरफ से जारी किए गए।
बताया जाता है कि क़ुरआ अंदाज़ी के ज़रीये ना सिर्फ मुंतख़ब आज़मीन बल्के वेटिंग लिस्ट का भी ताय्युन किया गया था ताहम औक़ाफ़ कमेटी ने आज़मीन के सफ़र की मंसूख़ी के बहाने अपनी मर्ज़ी से मकतूब जारी कर दिए जो कि क़वाइद की ख़िलाफ़वरज़ी है।
सेंट्रल हज कमेटी और हिन्दुस्तानी कांसुलेट को भी औक़ाफ़ कमेटी के इस इक़दाम से वाक़िफ़ कर दिया गया है। नाज़िर रुबात ने वाज़िह कर दिया कि वो फ़हरिस्त से हट कर किसी भी मकतूब को क़बूल नहीं करेंगे। रुबात की दोनों इमारतों में जुमला 24 आज़मीन ने अपने सफ़र को मंसूख़ किया है जिसकी तफ़सीलात तेलंगाना हज कमेटी ने नाज़िर रुबात को रवाना कर दी हैं। बताया जाता है कि डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली ने भी फ़हरिस्त से हट कर परमिट लेटर्स की इजराई पर नाराज़गी का इज़हार किया। सेंट्रल हज कमेटी आइन्दा साल से औक़ाफ़ कमेटी के मकतूब के बग़ैर सिर्फ क़ुरआ अंदाज़ी के ज़रीये रुबात में क़ियाम की इजाज़त पर ग़ौर कर रही है।