मजलिसी क़ाइदीन मस्जिद गिराना चाहते थे

कांग्रेस और मजलिस के दरमयान मुख़ालिफ़त की बुनियादी वजह उमर गुलशन शादी ख़ाना से मुत्तसिल मस्जिद है जिसे मजलिसी क़ाइदीन मुनहदिम करवाना चाहते थे लेकिन कांग्रेस हुकूमत ने इस बात से इनकार करते हुए मस्जिद के इन्हिदाम से इनकार कर दिया था।

मुहम्मद अली शब्बीर ने आज प्रैस कान्फ़्रैंस के दौरान इस बात का इन्किशाफ़ करते हुए कहा कि रुक्न असेंबली चंदरायन गुट्टा अकबर उवैसी पर हुए हमला के बाद इंतिक़ामी कार्रवाई करते हुए मजलिसी क़ाइदीन उमर गुलशन शादी ख़ाना और मुत्तसिल कॉम्प्लेक्स को मुनहदिम करवाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन जब हुकूमत को इस बात का इल्म हुआ कि इस कॉम्प्लेक्स में एक मस्जिद मौजूद है तो हुकूमत ने इस मुतालिबा को मानने से सरीह तौर पर इनकार कर दिया।

उन्हों ने बताया कि अकबर उवैसी पर किए गए हमला के बाद की गई इंतिक़ामी कार्रवाई में मस्जिद की शहादत से इनकार पर मजलिसी क़ाइदीन ने कांग्रेस की मुख़ालिफ़त का आग़ाज़ कर दिया और जब कांग्रेस का इक़्तेदार ख़त्म हुआ तो आज फ़िर्कापरस्त कुव्वतों के साथ इत्तिहाद करते हुए मुल्क के सेक्युलर ढाँचे को तहस-नहस करने की कोशिश की जा रही है। मुहम्मद अली शब्बीर ने बताया कि मस्जिद और कॉम्प्लेक्स के इन्हिदाम के मुतालिबा के बाद ही कांग्रेस को मजलिसी क़ाइदीन की हक़ीक़त का अंदाज़ा होने लगा था।