पटना : आरजेडी सरबराह लालू प्रसाद ने असादुद्दीन औवैसी को इत्तिहाद में लिये जाने के अपनी ही पार्टी के दूसरे सबसे बडे लीडर रघुवंश प्रसाद सिंह के परपोजल को सिरे से आज खारिज कर दिया। लालू ने रघुवंश बाबू के परपोजल के कुछ ही देर बाद सोशल मीडिया ट्विटर के जरिये एलान किया कि किसी भी मजहब के बुनियाद परस्तों को हम साथ नहीं ले सकते हैं। उनका इशारा साफ तौर पर औवैसी की तरफ था। लालू प्रसाद जानते हैं कि अगर औवैसी को वे अपने अजीम इत्तिहाद में शामिल कर लेते हैं, तो इससे बिहार में फिरका वराना पोलराइजेशन तेज होगा, जिसका डाइरेक्ट नुकसान उनके इत्तिहाद को ही होगा और फायदा भाजपा उठायेगी। यह अलग बात है कि ऐसे फोर्मूले से सीमांचल की दो दर्जन सीटों पर उन्हें फायदा हो जाये, लेकिन बाकी सीटों पर नुकसान होगा। ओवैसी को साथ लाना लालू-नीतीश के लिए सेल्फ गोल करने जैसा फैसला हो सकता था।