मजालिस मुक़ामी इंतिख़ाबात :मुस्लिम तहफ़्फुज़ात पर अमल आवरी के लिए मुहम्मद अली शब्बीर की तवज्जा दहानी

हैदराबाद20 फ़बरोरी: सुप्रीम कोर्ट की तरफ से मजालिस मुक़ामी और पंचायत राज इदारों के रियास्ती हुकूमत के मौजूदा तहफ़्फुज़ात के तहत चुनाव की इजाज़त के बाद हुकूमत ने इन इदारों के चुनाव की तैयारीयों का आग़ाज़ कर दिया है।

रियासत में मआशी और तालीमी तौर पर पसमांदा मुसलमानों को बी सी ( ई ) ज़ुमरे में शामिल किए जाने के बाद पहली मर्तबा मजालिस मुक़ामी और पंचायत राज इदारों के चुनाव होरहे हैं।

तवक़्क़ो की जा रही है कि इन चुनाव में तहफ़्फुज़ात के सबब अक़लीयती तबक़ा की नुमाइंदगी में इज़ाफ़ा होगा। साबिक़ रियास्ती वज़ीर-ए-क़लीयती बहबूद मुहम्मद अली शब्बीर ने इस मसले पर रियास्ती वज़ीर पंचायत राज जाना रेड्डी और वज़ीर बलदी नज़म-ओ-नसक़ महेद्र रेड्डी से बातचीत की।

इन वुज़रा ने यक़ीन दिलाया कि मजालिस मुक़ामी के चुनाव में बी सी ( ई ) के तहत तहफ़्फुज़ात पर भी अमल किया जाएगा। मुहम्मद अली शब्बीर ने बताया कि 2005 में मुस्लिम तहफ़्फुज़ात का एलान किया गया था लेकिन अदालती कशाकश के बाइस इस में दुशवारीयों का सामना करना पड़ा ताहम 2007 से बाक़ायदा अमल किया जा रहा है और मुसलमानों के बाअज़ तबक़ात को बी सी ( ई ) ज़मुरा के तहत शामिल किया गया है।

उन्हों ने बताया कि 2007 के बाद से पहली मर्तबा मजालिस मुक़ामी और पंचायत राज इदारों के चुनाव होरहे हैं लिहाज़ा इस मर्तबा इमकान है कि इन इदारों में मुस्लिम नुमाइंदगी में इज़ाफ़ा होगा क्योंके बी सी ई ज़ुमरे के तहत मुख़तस नशिस्तों पर इन तबक़ात से तालुक़ रखने वाले अक़ल्यती तबक़ा के अफ़राद मुक़ाबला करसकेंगे।

उन्हों ने कहा कि आंध्र प्रदेश की तारीख़ में पहली मर्तबा पंचायत राज इदारों और मजालिस मुक़ामी में मुसलमानों की नुमाइंदगी में काबिल लिहाज़ इज़ाफ़ा होगा। मुहम्मद अली शब्बीर ने बताया कि तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी के फ़वाइद तालीमी और मआशी शोबा के अलावा सयासी शोबे में भी आने वाले दिनों में दिखाई देंगे और कांग्रेस हुकूमत का ये कारनामा है कि मजालिस मुक़ामी और पंचायत राज इदारों में भी बी सी ई ज़मुरा के तहत मुसलमानों की नुमाइंदगी में इज़ाफ़ा के मवाक़े फ़राहम किए जा रहे हैं।

उन्हों ने कहा कि तहफ़्फुज़ात के सबब अब पंचायत और मुंसीपालटीज़,मुंसीपल कार्पोरेशंस की सतह पर मुस्लिम नुमाइंदगी में इज़ाफ़ा होगा और इस से मुक़ामी तौर पर मुस्लिम मसाइल की यकसूई में मदद मिलेगी। आंध्र प्रदेश मुल्क की पहली रियासत होगी जो पंचायत और मजालिस मुक़ामी में बाक़ायदा तहफ़्फुज़ात के ज़रीये मुस्लिम नुमाइंदगी में इज़ाफ़ा की राह हमवार कररही है।