नई दिल्ली: मर्कज़ी हुकूमत ने आज ये तयक़्क़ुन दिया कि मणिपुर पुलिस के एक कमांडो के इस इक़बाल-ए-जुर्म का जायज़ा लिया जाएगा कि उसने2009 में एक ग़ैर मुसल्लह मुश्तबा अस्करीयत पसंद को फ़र्ज़ी एनकाउंटर में मार गिराया था जिसके ख़िलाफ़ शुमाल मशरिक़ी रियासत में ज़बरदस्त एहतेजाज किया गया था।
मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला राजनाथ सिंह जोकि केरला के दौरे पर हैं तिरुवनंतपुरम में मीडिया को बताया कि पुलिस कमांडो के सरज़द जुर्म की मुकम्मल तफ़सीलात हासिल होने के बाद ही वो तबसेरा करेंगे और मामले का जायज़ा लेने के बाद कार्रवाई की जाएगी। मणीपूर पुलिस के हैडकांस्टेबल थोनाओ जाम हीरो जीत सिंह ने ये इक़्बाल-ए-जुर्म किया कि इम्फाल की मसरूफ़ तरीन मार्किट में23 जुलाई2009 को शोरिश पसंद ग्रुप पीपल्ज़ लिबरेशन आर्मी के एक मुश्तबा रुकन22 साला चंगो खम बख़ीत को गोलीमार दी थी।
पुलिस कांस्टेबल ने ये भी एतराफ़ किया कि इस वक़्त बख़ीत के पास कोई हथियार नहीं था और आला ओहदेदारों की ईमा पर ये कार्रवाई अंजाम दी गई थी। इस ख़सूस में ऐडीशनल सुप्रिटेंडेंट पुलिस ने हुक्म दिया था जिसको 9 एम एम की पिस्तौल से फायरिंग का निशाना बनाया गया था|