मताफ़ के हिस्से पर छतरीयां नसब करने की तजवीज़

जेद्दाह 08 फ़रवरी: हर्म शरीफ़ में काबत उल्लाह का तवाफ़ करने वालों को धूप से महफ़ूज़ रखने के लिए छतरीयां नसब करने की तजवीज़ पेश की गई है।

अहाता मस्जिद नबवी(सल्लललाहु अलैहि वसल्लम)में नसब असरी छतरीयों की तर्ज़ पर हर्म शरीफ़ में मताफ़ के इलाक़े को भी छतरीयों का साएबान बनाया जाएगा। तवाफ़ करने वालों को गर्मा के दौरान धूप से राहत पहूँचाने की नीयत से छतरीयां नसब करने का मन्सूबा बनाया गया है। इस सिलसिले में मताफ़ के इलाक़े का जायज़ा लेकर रिपोर्ट तैयार की गई है।

सऊदी अरब के अख़बारात के मुताबिक़ इस तजवीज़ पर उस वक़्त ग़ौर-ओ-ख़ौस किया गया जब हरमैन शरीफ़ैन उमूर के सरबराह शेख़ अबदुर्रहमान अलसदीस ने वज़ारत फाइनैंस के नुमाइंदों से मुलाक़ात की।

इस मौके पर हर्म शरीफ़ प्रोजेक्ट कमेटी के अरकान भी मौजूद थे। हुज़ूरे अकरम(सल्लललाहु अलैहि वसल्लम) के रौज़ा मुबारक के मुत्तसिल मस्जिद नबवी(सल्लललाहु अलैहि वसल्लम) के सेहन में नसब करदा गुलदस्ते की शक्ल वाली छतरीयां ज़ाइरीन की तवज्जा का मर्कज़ होती हैं। ये छतरीयां ख़ुदकार आलात से खोली और बंद की जाती हैं।