मथुरा: जवाहरबाग में गुरुवार शाम को प्रशासन और अवैध कब्जाधारियों के बीच हुई झड़प के बाद आमने-सामने की फायरिंग हो गई जिसमें एक गोली एस.ओ. फरह की आंख में लगी।
गंभीर रूप से घायल एसओ को तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया जहाँ इलाज के दौरान शहीद हो गए। यही नहीं एस.ओ. फरह के इलावा सिटी मजिस्ट्रेट, एसपी सिटी और लगभग एक दर्जन पुलिसकर्मियों को भी गोली लगने की खबर सामने आ रही है। वहीँ दूसरी तरफ से कब्जाधारियों के नेता रामवृक्ष यादव को भी गोली लगने के बाद गिरफ्तार किए जाने की खबर है। यह भी कहा जा रहा है कि कब्जाधारियों ने कई सिपाहियों को बंधक भी बना लिया है।
आपको बता दें कि मथुरा के सिविल लाइन क्षेत्र स्थित जवाहरबाग में लगभग ढाई साल से कथित सत्याग्रहियों ने जमीन पर कब्जा जमा रखा था। ये उद्यान विभाग की जमीन है। कब्जाधारियों को हटाने के लिए प्रशासन और पुलिस लंबे समय से प्रयास कर रहा था। कई बार कब्जाधारियों को नोटिस भी भेजा गया था। इसके बावजूद उन्होंने जमीन खाली नहीं की, प्रशासन कुछ दिनों से in कब्जाधारियों को हटाने के लिए फोर्स और सेना लगाकर भी दबाव बना रहा था। इस पर कब्जाधारियों ने हाईकोर्ट में भी याचिका डाली थी, जिसे हाईकोर्ट ने भी गलत करार दिया था। इसके बावजूद कब्जाधारी हटने के बजाय पुलिस से आमना-सामना करने पर उतारू हो गए और भीषण लड़ाई छेड़ दी गई।
आज शाम करीब 5 बजे जब प्रशासन ने जवाहरबाग खाली कराने का ऑपरेशन शुरू किया और जेसीबी से जज कालोनी की तरफ से दीवार तोड़ी गई तो कब्जाधारियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी और गोले भी फेंके। जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इसी दौरान एक गोली एसओ फरह संतोष कुमार यादव की आंख में जा लगी और वो गंभीर रूप से घायल होकर वहीं गिर पड़े। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनके मृत घोषित क्र दिया गया। अपने साथी की मौत से गुस्साए पुलिसवालों ने भी जवाबी फायरिंग बढ़ा दी और लाठीचार्ज कर दिया पुलिस-प्रशासन का गुस्सा देख काफी कब्जाधारी भाग निकले जबकि कुछ डटे रहे। खबर मिलने तक संघरह जारी था और पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुँच चुके थे।