पटना : तंख्वाह की मुतालिबात करने पर बिहार के ग्रांट दिये गए मदरसा असातिज़ा पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसायीं। जुमेरात को गर्दनीबाग में पुलिसिया लाठीचार्ज में तकरीबन 35 असातिज़ा जख्मी हो गए। 5 को पीएमसीएच में एड्मिट कराया गया है। इनमें तीन असातिज़ा की हालत संगीन है। झड़प में 11 सिपाही भी जख्मी हुए हैं।
पुलिस की मार से बचने के लिए कीचड़ में कूदे
तंख्वाह की मांग करने पर बिहार के मदरसा असातिज़ा पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसायीं। जुमेरात को गर्दनीबाग में हुए लाठीचार्ज में तकरीबन 35 असातीजा जख्मी हो गए। अब्दुल हन्नान, फैयाज अहमद, वहाब समेत पांच को पीएमसीएच भेजा गया। इनमें तीन असातिज़ा बेहोश हो गए। इनकी हालत संगीन बनी हुई है। असातिज़ा और पुलिस की इस भिड़ंत में 11 सिपाही भी जख्मी हो गए, जिनमें तीन की हालत संगीन है।
सीएम रिहाइशगाह जाने से रोकने पर हुए बेकाबू
साल 2010 में बिहार हुकूमत ने 2460 मंजूरी हासिल मदरसा असातिज़ा को तंख्वाह देने का फैसला लिया था। लेकिन अभी तक 205 मदरसों के असातिज़ा को ही दिया गया। 24 अगस्त से करीब पांच सौ असातीजा गर्दनीबाग में धरना पर बैठे हैं। जब सरकार ने उनकी पूछ नहीं ली तो जुमेरात को वे सीएम रिहाइशगाह का घेराव करने निकल पड़े। इस दरमियान पुलिस और असातिज़ा के बीच भिड़ंत हो गई। असातिज़ा ने पुलिस से राइफल छीनने की कोशिश की। हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
जान दे देंगे पर मांग पूरी करवाकर रहेंगे : मोहम्मद फखरुद्दीन व दीगर असातिज़ा ने बताया कि इस बार मांग पूरी करवाकर रहेंगे। चाहे पुलिस लाठीचार्ज कर उनकी जान ही क्यों न ले ले।