मदरसों को ग्रांट पर हाजी हुसैन तल्ख

जुमेरात को कैबिनेट की बैठक में मदरसे को लेकर हाजी हुसैन अंसारी अफसरों पर बरस पड़े। उन्होंने साफ-साफ कहा कि हर हाल में मदरसों को ग्रांट मिलना चाहिए। अफसर अपना पेंच न लगायें। हल कैसे हो, इस पर राय दें, तो बेहतर होगा। मदरसों को ग्रांट को लेकर हाजी अपनी बात पर अड़े रहे। उन्होंने कहा कि आवाम को जवाब देना मुश्किल हो गया है। आखिर संताल में अवामी नुमायंदा होने के नाते वह क्या जवाब देंगे।

मदरसों को चाह कर भी जब हुकूमत ग्रांट नहीं दे पा रही है, तो इससे बड़ी लाचारी क्या होगी। अफसरों ने एसपीटी एक्ट का हवाला दिया। तब राजेंद्र सिंह ने अफसरों से जवाब-तलब किया। उन्होंने कहा कि एसपीटी एक्ट है, तो सरकारी इमारत या दफ्तर कैसे बने। सीबीएसइ स्कूल कैसे खुल रहे हैं। पेंच लगाने से हर चीज में पेंच लगता है।

रास्ता तो निकालना ही होगा। हुकूमत अगर मदरसों को ग्रांट देना चाहती है, तो फिर पेंच क्यों? तब वजीरे आला ने मुदाख्लत किया। उन्होंने अफसरों से साफ-साफ कहा कि हुकूमत की ख्वाहिश है कि मदरसों को ग्रांट दिया जाये। कैसे होगा, यह अफसरों को सोचना होगा। इसका हल अफसर ही निकालें। तब चीफ़ सेक्रेटरी ने कैबिनेट सेक्रेटरी जेबी तुबिद और इंसानी वसायल तरक़्क़ी सेक्रेटरी के विद्यासागर की दो रुकनी कमेटी बना दी।

यह कमेटी हल निकालेगी कि कैसे ग्रांट दिया जा सकता है। अगली कैबिनेट में इन्हें तजवीज बना कर लाने की हिदायत दिया गया है। बैठक के बाद सहाफ़ियों से बात करते हुए वज़ीर हाजी हुसैन अंसारी ने कहा कि अगली कैबिनेट में हर हाल में मदरसों के ग्रांट पर मुहर लग जायेगी।