रामपुर : यूपी के वजीर आजम खान ने मदरसों का हक लेते हुए कहा है कि वहां दहशतगर्द नहीं अल्लाह को मानने वाले लोग तैयार होते हैं. रामपुर में इतवार शाम को मदरसा फैजे हिदायत के इफ्तेताह प्रोग्राम को खिताब करते हुए आजम खान ने कुछ गैर अनासिर पर मजहबी बुनियाद पर तालीमी अदारों को बांटने का इल्जाम लगाया।
उन्होने कहा, मदरसों से अल्लाह को मानने वाले लोग निकलते हैं न कि दहशतगर्द। कुछ अनासिर दीनी तालीम की बुनियाद पर अदारों को बांटते हुए बेवजह तनकीद कर रहे हैं. ऐसा वे क्यों और किस वजह से कर रहे हैं पता नहीं। आजम खान ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी के अकलियती अदारों का दर्जा खत्म किए जाने की कोशिशों की भी मजमत की.
गवनर्र राम नाईक भी आजम खान के निशाने पर रहे. उन्होंने इल्जाम लगाया कि उन्होने जानबूझकर मेयर्स को अनुशासित रखने के बिल को रोक रखा है और चाहते हैं कि उन्हें वजीर ओहदे से हटा दिया जाए. आजम ने कहा, कानुनी तौर पर मुखिया मुझे हटाने के कोशिशों में हैं लेकिन किसी को नहीं भूलना चाहिए कि मैं इतना कमजोर नहीं हूं. कुछ लोग मुझसे परेशान हैं क्योंकि मैंने रामपुर माेहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी और कई दिगर पब्लिक स्कूलें खोली हैं, जिससे कि मुसलमानों और गरीबों को आलीमी तालीम मिल सके