मदहोल जूनियर कालेज उर्दू मीडियम में लेक्चरर के अदम तक़र्रुत से मुश्किलात

मदहोल, १४ दिसम्बर: (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़) मदहोल गर्वनमैंट जूनियर कॉलिज उर्दू मीडियम में लेक्चरर्स ना होने के सबब तलबा-ए-ओ- तालिबात का तालीमी साल मुतास्सिर हो रहा है और तलबा-ए-ओ- तालिबात अपने मुस्तक़बिल के लिए फ़िक्रमंद हैं जबकि ओलियाए तलबा ने अर्बाब मजाज़ से अपील की कि जल्द अज़ जल्द लेक्चरर्स के पोस्ट मंज़ूर करें वर्ना एहतिजाज करते हुए जूनियर कॉलिज मदहोल को मुक़फ़्फ़ल करदिया जाएगा। औलियाऎ तलबा ने बताया कि इस के मुताल्लिक़ मिस्टर वीनू गोपाल चारी रुकन असैंबली से भी कई मर्तबा नुमाइंदगी की गई लेकिन बेफ़ैज़ रही। उर्दू मीडियम कॉलिज के लिए कुछ नहीं किया वाज़िह रहे कि गुज़श्ता पाँच साल क़बल तलगो मीडियम इंग्लिश मीडियम जूनियर कॉलिज में उर्दू सेक्शन नहीं था जिस को जमात-ए-इस्लामी मदहोल और जनाब अफ़रोज़ ख़ान जी विट्ठल रेड्डी की

नुमाइंदगी से उर्दू मीडियम का सक्शन क़ियाम अमल में लाया गया जिस के बाद कई साल तक पैरंट्स कमेटी की जानिब से ख़ानगी लकचररस को रखते हुए क्लासेस चलाई गईं इस के इलावा एक लाख दस हज़ार रुपय कॉर्प्स फ़ंड भी गर्वनमैंट में अदा किया गया जिस में सियासत मिल्लत फ़ंड से 50 हज़ार रुपय जनाब ज़ाहिद अली ख़ान मदीरे आला ने दिए थे। इस तरह से जद्द-ओ-जहद करते हुए उर्दू मीडियम सेक्शन लाया गया जिस में सैंकड़ों तलबा-ए-ओ- तालिबात के बैच् निकल चुके हैं लेकिन इस साल पैरेंट्स कमेटी भी ख़ानगी लकचररस का इंतिज़ाम नहीं करसकते जिस की वजह से तलबा-ए-ओ- तालिबात को सख़्त दुशवारीयों का सामना करना पड़ रहा है चूँकि मुस्तक़र मदहोल पर ख़ानगी लकचररस के बोझ को बर्दाश्त करना मुश्किल है

जबकि फ़ी परेड 100 रुपय पर भी ख़ानगी लेकचरर्स काम करसकते हैं अह्ले ख़ैर हज़रात इस में माली तआवुन करें तो ख़ानगी लकचररस का इंतिज़ाम मुम्किन है। उर्दू मीडियम सेक्शन में बी पी सी और ऐच ई सी दो ग्रुप हैं दोनों ग्रुप में तलबा-ओ- तालिबात की कसीर तादाद मौजूद ही। लेकिन बी पी सी ग्रुप में गर्वनमैंट के दो ही लकचररस हैं जबकि दूसरे मज़ामीन के लिए पोस्ट मंज़ूर नहीं हुए ऐच ई सी ग्रुप में एक भी लकचरर नहीं है जिस से तलबा-ए-ओ- तालिबात का तालीमी साल ख़तरे में है। अगर कोई अह्ले ख़ैर हज़रात अपनी जानिब से माली तआवुन करते हुए लेकचरर्स का इंतिज़ाम करें तो तलबा-ओ- तालिबात का तालीमी साल ज़ाए होने से बच जाएगा। और तलबा-ए-का मुस्तक़बिल संवर सकता है और ओलयाए तलबा ने हुकूमत से परज़ोर मुतालिबा किया कि लेकचरर्स के पोस्ट मंज़ूर करें।