मध्य प्रदेश: पुलिस के भ्रष्टाचार का खुलासा करने पर हिरासत में पत्रकारों से चटवाये जूते

भोपाल: दो पत्रकार जिन्होंने मध्य प्रदेश पुलिसकर्मियों के भ्रष्टाचार का खुलासा किया था, उन्हें सतना जिले में पुलिस ने हिरासत में निर्दयता से पीटा.

उनसे ज़बान से जूते चटवाये गए, धमकाया गया और उनके ऊपर आर्म्स एक्ट के तहत फर्जी मुकदमा भी दर्ज किया गया.

इन पत्रकारों ने हाईवे पर ट्रक ड्राईवरों से वसूली करते हुए पुलिस वालों का विडियो बनाया था. इसके अलावा इन्होने पुलिस और सट्टेबाजों की मिलीभगत का भी पर्दाफाश किया था.

यह घटना सतना जिले के अमरपटन में हुयी. कथित रूप से इंस्पेक्टर विजय सिंह पत्रकार नरेन्द्र पटेल के घर गया और उसको फ़साने के इरादे से उसके घर में देशी कट्टा छिपा दिया. इसके बाद वह दुसरे पत्रकार जीतेन्द्र सोनी के घर गया और उससे बयान देने के लिए कहा कि उसने नरेंद्र की कट्टा हासिल करने में मदद की है. जितेन्द्र के मना करने पर उसने उसे कहे मुताबिक न करने का अंजाम भुगतने की धमकी दी और चला गया.

सोमवार की सुबह इंस्पेक्टर विजय आधा दर्जन पुलिस वालों के साथ नरेंद्र के घर पहुंचा और उसे घसीटते हुए थाने ले गया. वहां नरेंद्र को पीटा गया और उससे जूते भी चटवाये गए. इसके बाद जितेन्द्र को भी थाने लाकर पीटा गया.

इस खबर के फेलने के बाद स्थानीय पत्रकार इकठ्ठा हो कर थाने पहुंचे. उन्होंने भोपाल में उच्च अधिकारीयों की घटना की जानकारी दी. इसके बाद घायल पत्रकारों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.

इंस्पेक्टर सहित सभी साथ पुलिस वालों के खिलाफ ऍफ़आईआर दर्ज कर ली गयी है और सभी को ससपेंड कर जांच के आदेश दे दिए गए हैं.