मध्य प्रदेश में इंतिख़ाबात से क़बल बी जे पी को धक्का

मध्य प्रदेश में हुक्मराँ जमात बी जे पी को आइन्दा माह एसेंबली इंतिख़ाबात से ऐन क़बल एक सियासी झटका उस वक़्त लगा जब पार्टी के एक एम एल ए ने अपने 17 हामियों के साथ कांग्रेस में शामिल होगई।

मध्य प्रदेश के ज़िला राय सेन से सिलवानी हल्क़ा-ए-इंतख़ाब की नुमाइंदगी करने वाले एम एलए देवेंद्र पटेल ने अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि 2008 में उन्होंने भारतीय जन शक्ति पार्टी के टिकट पर इंतिख़ाबात लड़े थे लेकिन जब पार्टी की बानी उमा भारती ने बी जे पी में दुबारा शामिल हुई तो भारतीय जन शक्ति पार्टी भी बी जे पी में ज़म होगई।

उन्होंने वज़ाहत करते हुए कहा कि बी जे पी ने हर अहम और ग़ैर अहम मौज़ू और मुआमला में उन्हें नजरअंदाज़ किया और यही वजह है कि में पार्टी छोड़ रहा हूँ। अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़ने की एक और वजह ये है कि अब उन्हें पण्डित जवाहर लाल नहरू और सरदार पटेल जैसे आला क़ाइदीन के नज़रियात, तर्ज़ फ़िक्र और पालिसियों ने काफ़ी मुतास्सिर किया है।

ये वो पालिसियां हैं जिन का बी जे पी में फ़ुक़दान है। एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ज़रूरी नहीं कि वो सिलवानी से कांग्रेस के टिकट पर इंतिख़ाबात लड़ेंगे। आइन्दा माह इंतिख़ाबात के लिए कांग्रेस अगर उन्हें टिकट नहीं देगी, इसके बावजूद भी वो कांग्रेस के लिए अपनी ख़िदमात जारी रखेंगे।

यहां इस बात का तज़किरा ज़रूरी है कि देवेंद्र पटेल के साथ उनके जिन हामियों ने कांग्रेस में शमूलियत इख़तियार की है उनका ताल्लुक़ लोधी तबक़ा से है।