मध्य प्रदेश में पहले रियासती हज हाउज़ का संगे बुनियाद

भोपाल, 01 मई: शहर के एय‌रपोर्ट से क़रीब सिंगर चोली नामी इलाक़े में रियासत के पहले हज हाउज़ की तामीर का संगे बुनियाद मुशतर्का तौर पर वज़ीरे आला श्यौराज सिंह चौहान और आलिमे दीन पीर सईद मियां साहब के हाथों रखा गया। संगे बुनियाद रखने से पहले पीर सईद मुहम्मद मियां साहब ने जिन का मध्य प्रदेश में इंतिहाई एहतिराम किया जाता है, तिलावत क़ुराने पाक से संगे बुनियाद रखे जाने की तक़रीब का आग़ाज़ किया और बादअज़ां दुआ भी की।

संगे बुनियाद रखे जाने की रस्म अदा करने के वज़ीरे आला श्यौराज सिंह चौहान ने एक ज़बरदस्त जलसे से ख़िताब करते हुए कहा कि रियासत में पहले हज हाउज़ की तामीर के लिए जो संगे बुनियाद रखा गया है, अल्लाह ने इस के लिए उन्हें सिर्फ़ एक ज़रिया बनाया है। वर्ना जो कुछ भी हुआ है वो रज़ाए इलाही से हुआ है। अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि रियासती हुकूमत अक़ल्लियतों को मुस्तहकम करने अपने दावे की पाबंद है और तालीम, हुनरमंदी और मुलाज़िमतों के ज़्यादा से ज़्यादा मौक़े फ़राहम करने का यक़ीन दिलाती है। तालीम का हुसूल, आज के असरी ज़माने में बहुत ज़्यादा एहमियत का हामिल है।

उन्होंने वहां मौजूद अफ़राद से ख़ाहिश की कि वो अपने बच्चों को स्कूल भेजें और उन को आला से आला तालीम के अलावा कोई बेहतरीन हुनर सिखाने में भी कोई कसर बाक़ी ना रखें। उन्होंने कहा कि मज़हबी अक़ाइद का ख़्याल रखते हुए वो रियासत में अब किसी नई शराब की दूकान या फ़ैक्ट्री खोले जाने की इजाज़त नहीं देंगे। इस मौक़े पर उन्होंने रियासत भर से आए हुए क़ाज़ियों और दीगर मेहमानों को मुबारकबाद दी और कहा कि भाई चारा, मुसावात और एक दूसरे के लिए मुरव्वत और रवादारी ज़िंदगी की बुनियाद हैं और मज़हब भी हमें इंसानियत की ख़िदमत करने की तालीम देता है।

उन्होंने ख़वातीन के ख़िलाफ़ होने वाले जराइम के पसे मंज़र में कहा कि हमें रियासत में एक ऐसा माहौल पैदा करना चाहिए जहां ख़वातीन की हर कोई इज़्ज़त-ओ-एहतिराम करे। इस मौक़े पर हज कमेटी के सदर नशीन ज़ाइर पटेल ने इज़हारे तशक्कुर किया।