मध्य प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस बीएसपी के साथ चुनावी समझौता कर सकती है. यही कारण है कि मध्य प्रदेश के अध्यक्ष कमलनाथ ने मायावती से संपर्क करना शुरू कर दिया है. उम्मीद की जा रही है कि मध्यप्रदेश में बसपा के साथ मिलकर कांग्रेस बीजेपी का गणित बिगाड़ने की कोशिश में जुट गई है. इसके लिए कांग्रेस ने बीएसपी के साथ मिलकर दो फॉर्मूले पर काम भी शुरू कर दिया है.
कांग्रेस और बीएसपी मध्यप्रदेश की जनता की नब्ज टटोलने की कोशिश कर रही हैं. दोनों ही पार्टियों ने दो मुद्दों पर जनता के बीच संपर्क साधा है. पहला ये कि मतदान से पहले दोनों ही पार्टियों के गठबंधन पर जनता कि क्या राय है और इस गठबंधन से चुनाव में उन्हें कितना फायदा होगा. दूसरा यह कि कांग्रेस और बसपा हर सीट पर उसी जाति के उम्मीदवार को खड़ा करे जिसे बीजेपी खड़ा करने वाली है. इससे वोट बैंक टूटेगा और बीजेपी को कमजोर किया जा सकेगा. हालांकि इस मुद्दे पर बीएसपी सूत्रों ने कहा है कि वह मध्य प्रदेश में किसी भी पार्टी से गठबंधन करने को तैयार है. बीएसपी कांग्रेस के साथ राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन करने को तैयार है. हालांकि इस मामले में आखिरी निर्णय बीएसपी सुप्रीमो मायवती और मध्यप्रदेश के इंचार्ज राम अचल राजभर की बातचीत के बाद ही लिया जा सकेगा.