कांग्रेस नायब सदर राहुल गांधी का जादू मध्य प्रदेश में नहीं चला जिस का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि राय दही के कई हलक़ों में कांग्रेस की नशिस्तों में कमी हुई जहां-जहां राहुल गांधी ने इंतिख़ाबी रैलयों से ख़िताब किया था हालाँकि पहले से कांग्रेस की नशिस्तों की तादाद 71 थी जिस में अब कमी होकर तादाद 58 रह गई।
याद रहे कि राहुल गांधी ने यहां 6 इंतिख़ाबी जलसों से ख़िताब किया था। गवालयर, शाह डोल, राहत गढ़ और इंदौर में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा हालाँकि शाह डोल में कांग्रेस को सिर्फ़ एक नशिस्त पर कामयाबी हासिल हुई है। राहत गढ़ से गोविंद सिंह राजपूत को हार का सामना करना पड़ा।
सिर्फ़ सिद्धि डिस्ट्रिक्ट ही ऐसा है जहां कांग्रेस को दो नशिस्तों पर कामयाबी के साथ कुछ राहत मिली है। सियासी तजज़िया निगारों का कहना है कि राहुल गांधी जहां-जहां गए वहां कांग्रेस को हार का मुँह देखना पड़ा, जिस से ये वाज़िह होजाता है कि राय दहिंदों ने ना सिर्फ़ राहुल गांधी बल्कि कांग्रेस को भी अलगद कर दिया है हालाँकि ये समझा जा रहा था कि राहुल गांधी का जादू सर चढ़ कर बोलेगा लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।