नई दिल्ली : मध्य प्रदेश और मिजोरम में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग खत्म हो गई है। मिजोरम में लगभग 75 प्रतिशत मतदान हुआ । यह जानकारी राज्य निर्वाचन अधिकारी आशीष कुंद्रा ने दी। वहीं मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में 74.61 प्रतिशत मतदान होने की खबर है।मिजोरम में सभी चालीस सीटों पर शांतिपूर्वक मतदान हुआ।
एमपी की तीन सीटों- बैहर, लांजी, परसवाड़ा पर सुबह 7 बजे से 3 बजे तक वोटिंग हुई, वहीं बाकी की 227 सीटों के लिए आठ बजे से 5 बजे तक वोट डाले गए।
सीईओ कार्यालय के जनसंपर्क अधिकारी राजेश दाहिमा के अनुसार, “दोपहर साढ़े तीन बजे तक राज्य में 52 प्रतिशत से अधिक मतदान हो चुका था। कुल दो करोड़ 65 लाख मतदाता वोट डाल चुके थे। इनमें 1 करोड़ 44 लाख पुरुष और एक करोड़ 20 लाख महिला मतदाताओं ने मतदान किया। सबसे ज्यादा मतदान छिंदवाड़ा और शाजापुर जिले में 61 प्रतिशत, वहीं सबसे कम 40 प्रतिशत मतदान विदिशा में हुआ।”
मतदान के दौरान भिंड जिले के कुछ मतदान केंद्रों में तोड़फोड, गोलीबारी और हिंसा की खबरें आ रही है। वहीं भिंड के तीन विधानसभा क्षेत्रों भिंड, लहार, अटेर के सभी उम्मीदवारों को जिला मुख्यालय में नजरबंद किया गया है।
राज्य के प्रमुख नेताओं में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी विधानसभा क्षेत्र के जैत गांव में, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने छिंदवाड़ा जिले के सोंसर विधानसभा क्षेत्र के शिकारपुर में, कांग्रेस प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर के फूलबाग में मतदान किया।
सीईओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, “शुरुआत के पांच घंटों में पांच करोड़ चार लाख मतदाताओं में से एक करोड़ 26 लाख से अधिक मतदाता मतदान कर चुके थे।”
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी. एल. कांताराव ने माना कि प्रदेश में 100 ईवीएम मशीनों को गड़बड़ी के चलते बदला गया। इन मशीनों को आधे घंटे के भीतर बदल दिया गया। इसी तरह 1545 वीवीपैट बदले गए। साथ ही उन्होंने माना कि कई स्थानों से रात में शराब, नकदी बांटने से लेकर विवादों की खबरें आई। इस पर आयोग कार्रवाई कर रहा हैं।
उन्होंने कहा , “मतदान केंद्र पर जब तक मतदाता मौजूद रहेंगे, तब तक मतदान का क्रम जारी रहेगा।”
मतदान को लेकर आम मतदाताओं में उत्साह नजर आ रहा है, मतदान केंद्रों के बाहर मतदान शुरू होने से पहले ही मतदाताओं की कतारें लग गई थी। मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें मतदाताओं के उत्साह को बता रही है। कई स्थानों पर ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी पर मतदाताओं ने नाराजगी जताई। कई स्थानों पर तो मतदाताओं को एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। केंद्रीय सुरक्षा बलों की 650 कंपनियां तैनात की गई है। इसके अलावा सुरक्षा के लिए हेलीकॉप्टर भी उपयोग में लाए जा रहे है।