मनफ़ी मुहिम का मैं मुक़ाबला करूंगा : राबर्ट वडरा

नई दिल्ली । /6 अक्टूबर ( पी टी आई) रियल स्टेट की अहम कंपनी डी एल एफ़ की जानिब से हिमायत पर उठने वाले इल्ज़ामात के ख़िलाफ़ राबर्ट वडरा (robert vadra) ने आज अपनी ख़ामोशी तोड़ते हुए कहा कि में इस मनफ़ी ( नकारात्मक) मुहिम से अच्छी तरह निपटूँगा ।

बी जे पी और कांग्रेस ने इस मसला से ख़ुद को दूर रखा । डी एल एफ़ ने ज़ोर दे कर कहा कि राबर्ट वडरा या उन की कंपनीयों के साथ हमारे तिजारती ( व्यापारी) ताल्लुक़ात शफ़्फ़ाफ़ ( साफ सुथरा) और पाकीज़ा हैं । हम ने किसी भी रियास्ती हुकूमत या किसी रियास्ती अथॉरीटीज़ से ग़ैर ज़रूरी फ़ायदा या तरफदारी हासिल नहीं की है ।

हिंदूस्तान के किसी भी मुक़ाम से हम को रहमदिली या तिजारत ( व्यापार) में मुराआत (देख रेख /संकोच) हासिल नहीं हुए हैं । डी एल एफ़ ने एक ब्यान में कहा कि इस ने किसी को भी ग़ैर महफ़ूज़ कर्जे़ फ़राहम नहीं किए हैं । कल अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस सदर ( अध्यक्ष) सोनीया गांधी के दामाद वडरा के ख़िलाफ़ इल्ज़ामात ( आरोप) आइद किए ( लगाए) थे ।

वडरा के क़रीबी ज़राए ने कहा कि इन इल्ज़ामात के ख़िलाफ़ वडरा ने कहा कि वो अपने बारे में जारी मनफ़ी (नकारात्मक/Negative) मुहिम का डट कर मुक़ाबला करेंगे । में जिन लोगों से अनस रखता हूँ अब वो लोग मुझ से दूर हो गए हैं । ये मेरे लिए सब से ज़्यादा तबाहकुन (बरबाद करने वाला) हो सकता है ।

सदर (अध्यक्ष) कांग्रेस ने वडरा की मुदाफ़अत (बचाव) की है । दो ख़ानगी ( निजी/ Private) कंपनीयों के दरमयान लेन देन और मुआमलत को रिश्वत का नाम दिया गया है । चिदम़्बरम ने कहा कि ए आई सी सी 43 साला ताजिर ( व्यापारी) वडरा की पुरज़ोर हिमायत करती हैं ।