दोनों ममालिक से मसला-ए-कश्मीर के हल केलिए इक़दामात का मुतालिबा
हुर्रियत कान्फ्रेंस के मोतदिल चेयरमैन मीर वाइज़ उमर फ़ारूक़ ने हिन्दुस्तान और पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से मुतालिबा किया है कि वो ख़त क़बज़ा ( एल ओ सी ) पर मौजूदा कशीदगी को ख़त्म करते हुए मसला-ए-कश्मीर के हल केलिए इक़दामात करें । मीडिया नुमाइंदों से इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए मीर वाइज़ ने कहा कि मौजूदा हालात का सिर्फ़ उन्ही अनासिर को फ़ायदा होगा जो कि इलाक़े में अमन नहीं चाहते क्योंकि ख़त क़बज़ा पर मौजूदा हालात से किसी को कुछ फ़ायदा नहीं होगा ।
सरहद पर जंग बंदी की ख़िलाफ़वरज़ी से पैदा शूदा हालात दरअसल हिन्दुस्तान और पाकिस्तान की जानिब से की जाने वाली अमन मसाई केलिए शदीद नुक़्सानात पैदा करेंगे । हिन्दुस्तानी वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह और पड़ोसी मुल्क के उनके हम मंसब मियां नवाज़ शरीफ़ के नाम लिखे गए मकतूब को जारी करने के मौक़े पर मीर वाइज़ ने दोनों ममालिक से अपील की है कि वो सरहद पर मौजूदा तनाव को ख़त्म करने केलिए रास्त तबादला-ए-ख़्याल को यक़ीनी बनाईं ।
उन्होंने दोनों ममालिक के वज़ीर-ए-आज़म को लिखे गए मकतूब में कहा कि उस वक़्त दोनों के दरमियान गलतफहमियां बढ़ गई है और उन्हें ख़त्म करने केलिए ज़रूरी है कि दोनों ममालिक की हुकूमतें रास्त गुफ़्त-ओ-शनीद को यक़ीनी बनाए क्योंकि जितना जल्द तबादला-ए-ख़्याल और रास्त गुफ़्त-ओ-शनीद होगी इस के बेहतर नताइज बरामद होंगे ।
हुर्रियत के चेयरमैन ने कहा कि तबादला-ए-ख़्याल को रोकने का कोई भी फ़ैसला नुक़्सानदेह होगा ।मीर वाइज़ ने कहा कि मौजूदा हालात जुनूब एशीया में बोहरान की सूरत पैदा करसकते हैं जिस में न्यूक्लीयर बोहरान भी शामिल है ।मीर वाइज़ ने दोनों ममालिक की हुकूमतों से पुर ज़ोर मुतालिबा किया कि वो बाहमी तबादला-ए-ख़्याल को यक़ीनी बनाने के अलावा दलेराना और दानिशमंदाना फ़ैसले करें ।