मनमोहन सिंह , परनब मुकर्जी और अन‌य‌ 13 मंत्री बद उनवान

* जांच‌ कराने के लिए अन्ना हज़ारे की टीम का मुतालिबा , इल्ज़ामात बकवास , जवाब देने की कोइ ज़रूरत नहीं : कांग्रेस
नई दिल्ली। अन्ना हज़ारे की टीम ने आज वज़ीर-ए‍आज़म(प्रधानमंत्री) मनमोहन सिंह और फैनान्स मंत्री परनब मुकर्जी के इलावा अन्य‌ 13 काबीनी मंत्रीयों पर बद उनवान (करपट) होने का इल्ज़ाम लगाते हुए जांच‌ का मुतालिबा किया।

इन इल्ज़ामों को बकवास क़रार देते हुए कांग्रेस ने रद‌ कर दिया और कहा कि इस तरह के नामुनासिब ब‌यानात पर कोइ विचार‌ ज़ाहिर करने की ज़रूरत नहीं है।

अन्ना हज़ारे टीम के ग्रुप जिस ने 25 जुलाई से ग़ैर मुतैय‌ना मुद्दत की भूक हड़ताल शुरू करने की धमकी दी है, सी ए जी रिपोर्ट के मतन के कुछ हिस्सों को हासिल किया है जिस ने मनमोहन सिंह के ख़िलाफ़ इल्ज़ाम लगाये गए हैं, जब मनमोहन सिंह कोयला मंत्री थे। इस से पहले प्रधान‌ के ख़िलाफ़ इस तरह के इल्ज़ाम नहीं लगाये गए थे।

मनमोहन सिंह और फैनान्स मंत्री परनब मुकर्जी के इलावा जिन मंत्रीयों के ख़िलाफ़ अन्ना हज़ारे टीम ने आज़ाद खास जांच‌ टीम के ज़रीये जांच‌ का मुतालिबा किया है, इन में वज़ीर-ए-दाख़िला(गुह मंत्री) चिदम़्बरम, शरद पवार, एस एम कृष्णा, कमल नाथ, प्रफुल पटेल, विलास राउ देशमुख, कपिल सिब्बल, सलमान ख़ुर्शीद, जी के वासन, फ़ारूक़ अबदुल्लाह, एम‌ अलागिरी और सुशील कुमार शनडे शामिल हैं।

अन्ना हज़ारे टीम के सदस्य‌ अरविंद केज्रीवाल, प्रशांत भूषण, शांति भूषण और किरण बेदी की तरफ‌ से एक प्रैस कान्फ़्रैंस में लगाये गए इल्ज़ामों को रद‌ करते हुए कांग्रेस तर्जुमान(अनुवादक) मनीष तीवारी ने कहा कि मुझे इस तरह के नामुनासिब इल्ज़ामात और बकवास पर जवाब देने की ज़रूरत नहीं है।

उन्हों ने कहा कि ये पहला मौक़ा नहीं है कि इन लोगों ने इल्ज़ामात आइद किए हूँ, ये ज़रूरी नहीं कि मैं हर बकवास का जवाब दूं। तीवारी ने एक अख़बार में छपि रिपोर्ट का भी हवाला दिया कि किरण बेदी ने केज्रीवाल कि क़ियादत में एन जी ओ के ख़िलाफ़ अन्ना हज़ारे से शिकस्त की है कि वो फंड्स का मुनासिब इस्तिमाल नहीं कर रहे हैं।

इस टीम के बाज़ सदस्यों पर भी मालीयाती बे क़ाईदगियों के इल्ज़ाम हैं। अन्ना हज़ारे और उन के क़रीबी मददगारों ने मनमोहन सिंह के नाम एक खत‌ रवाना करते हुए आज़ाद ख़ुसूसी तहक़ीक़ाती टीम के ज़रीये इन इल्ज़ामात की तहक़ीक़ात का मुतालिबा किया है।

इस जांच‌ टीम में तीन सुबुकदोश जजों को भी शामिल किया जाए। खत‌ में ये भी कहा गया है कि 15 बद उनवान मंत्रीयों केख़िलाफ़ इल्ज़ामों की जांच के लिए एस आई टी को ज़िम्मेदारी सुपुर्द‌ की जाए। इन के इलावा पुर्व‌ चीफ़ मिनिस्टर्स मायावती, मुलाइम सिंह, लालू प्रसाद और जया ललीता केख़िलाफ़ भी जांच‌ करवाई जाएं।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम अपने खत‌ का 24 जुलाई तक इंतेज़ार करेंगे, अगर हुकूमत ने एस आई टी की तशकील के ज़रीये तहक़ीक़ात का आग़ाज़ नहीं किया तो 25 जुलाई से ग़ैर मुतैयना मुद्दत की भूक हड़ताल शुरू
की जाएगी।