मनासिक-ए- हज का आग़ाज़ 25 लाख फ़र्रज़नदान-ए तौहीद का आज वक़ूफ़ अर्फ़ात

जद्दा 5नवंबर ( पी टी आई ) दुनिया भर से आए तक़रीबन 25 लाख मुसलमानाने आलम ने आज अपने मनासिक-ए-हज का आग़ाज़ करदिया जबकि वो मिना में शब बसरी के बाद जबल –ए-अर्फ़ात केलिए रवाना होंगे ।

इस साल हिंदूस्तान से एक लाख से ज़ाइद फ़र्रज़दाने तौहीद फ़रीज़ा हज की अदायगी केलिए सरज़मीन हिजाज़ पहूंचे हैं। सऊदी अरब में मज़हबी हुक्काम ने आज़मीन-ए-हज्ज से कहा है कि वो मक्का मुकर्रमा में मस्जिद उल-हराम में हुजूम से बचने की कोशिश करें। आज़मीन-ए-हज्ज मक्का मुकर्रमा से पाँच केलो मीटर के फ़ासिला पर वाक़्य मिना की सिम्त रवाना होने शुरू होगए हैं और सारे रास्तों पर सफ़ैद एहराम में मलबूस आज़मीन-ए-हज्ज का ही हुजूम है ।

इस दौरान ममलकत के अहम इस्लामी स्कालरस बशमोल मुफ़्ती-ए-आज़म शेख़ अबदुलअज़ीज़ उल-शेख़ ने आज़मीन-ए-हज्ज से कहा कि वो तमाम इबादात-ओ-नमाज़ों की अदायगी केलिए मस्जिद उल-हराम को आने की बजाय दूसरे मसाजिद का भी रख करें ताकि यहां हुजूम से बचा जा सके । मज़हबी क़ाइदीन ने अपने एक ब्यान में कहा कि सारे मक्का मुकर्रमा को हदूद हरम ही शुमार किया जाता है और मक्का मुकर्रमा की किसी भी मस्जिद में नमाज़ अदा करने का सवाब मस्जिद उल-हराम में नमाज़ अदा करने के बराबर ही है ।

हरम शरीफ़ में नमाज़ की अदायगी का सवाब हदूद हरम से बाहर अदा की जाने वाली नमाज़ों से ज़्यादा होता है । आज शाम तमाम आज़मीन-ए-हज्ज मिना के मैदान में जमा होंगे जहां वो शब बसरी के बाद अर्फ़ात केलिए रवाना होंगे जहां पैग़ंबर-ए- इस्लाम आक़ाए दो जहां हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा (स) ने हुज्जता उल-विदा का आख़िरी ख़ुतबा फ़रमाया था ।

कल का दिन भर मैदान अर्फ़ात में गुज़ारने के बाद वो 9 ज़ीलहजा को शाम मग़रिब की नमाज़ की अदायगी के बगै़र मुज़दल्फ़ा रावना होंगे जहां वो मग़रिब और इशा की नमाज़ अदा करेंगे । मुज़दल्फ़ा से कंकरीयां चुनने के बाद 10 ताज़ी अलहजा हुज्जाज किराम शैतान को कंकरीयां मारते हैं। हुकूमत सऊदी अरब की जानिब से फ़रीज़ा हज की अदायगी के दौरान किसी भी नागहानी वाक़िया और भगदड़ से बचने केलिए वसीअ पैमाने पर इंतिज़ामात किए गए हैं।

इस साल हिंदूस्तान से 1,24,948 आज़मीन फ़रीज़ा हज की अदायगी केलिए सऊदी अरब पहूंचे हैं इन में 1,24,882 आज़मीन मक्का मुकर्रमा में और तीन मदीना मुनव्वरा में हैं। कौंसिल जनरल हिंदूस्तान ने बताया कि अब तक जुमला 75आज़मीन-ए-हज्ज इंतिक़ाल करचुके हैं जिन के मिनजुमला 63 हज कमेटीयों के तवस्सुत से और 12 ख़ानगी टूर आपरेटर्स के तवस्सुत से आए थे ।