भोपाल : नर्मदा बचाओ आंदोलन की अगुवा मेधा पाटकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ पर तीखा वार किया है, और कहा है कि मोदी ‘मन’ की नहीं ‘मनमानी बात’ करते हैं। भोपाल में गुरुवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि सरदार सरोवर बांध के प्रभावितों को लेकर केंद्र व राज्य सरकार गंभीर नहीं है।
उच्च व सर्वोच्च न्यायालयों के निर्देशों के बाद भी बांध की ऊंचाई बढ़ाई गई है। इससे प्रभावितों का आंकड़ा बढ़ रहा है। इसके बाद भी सरकारें विस्थापितों और प्रभावितों के मामले में गंभीर नहीं है। नर्मदा बचाओ आंदोलन का जिक्र करते हुए मेधा पाटकर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से पहले इस देश में हुए प्रधानमंत्रियों ने कई दफा नर्मदा आंदोलन से जुड़े लोगों से सीधे संवाद किया, मगर मोदी सीधे संवाद करने को तैयार नहीं हैं।
इसके लिए कई बार उनसे संपर्क किया गया, उसके बाद भी वे सीधे संवाद तो दूर, पत्र का जवाब भी केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती के विभाग के जरिए दे रहे हैं। मेधा ने आगे कहा कि मोदी मन की बात करते हैं, वास्तविकता तो यह है कि वे मनमानी बात के आदी हो चुके हैं। वे सरदार सरोवर के प्रभावितों का दर्द सुनना ही नहीं चाहते।