ममता चाहती हैं कोलकाता में पाकिस्तान का विरोध न हो

कोलकाता: राज्य प्रशासन ने कोलकाता में कश्मीर पर होने वाली एक चर्चा पर रोक लगा दी है. पुलिस ने कानून व्यवस्था का हवाला देकर इजाजत नहीं दी. इस फैसले पर आयोजकों ने हैरानी ज़ाहिर करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नहीं चाहती हैं कि हमलोग पाकिस्तान के दमन की चर्चा करें. शायद वो तुष्टीकरण की नीति में यकीन करती हैं.

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ईनाडु इंडिया के अनुसार, स्वाधिकार बांगला फाउंडेशन ने कोलकाता क्लब में शनिवार को एक कार्यक्रम रखा था. इसमें कश्मीर और बलूचिस्तान में पाकिस्तान की जारी आतंकी और दमनकारी नीतियों पर चर्चा होनी थी. इसमें पाक के लेखक तारेक फतेह, जनरल जीडी बख्शी और बलूच एक्टिविस्ट ब्रह्मदा बुगती को आमंत्रित किया गया था.
संस्था के फाउंडर दीप्तांशु चौधरी ने कहा कि कोलकाता पुलिस ने कोलकाता क्लब पर कार्यक्रम को रद्द करने का दबाव बनाया. उन्होंने कार्यक्रम से कश्मीर शब्द हटाने को कहा. पुलिस का ये भी कहना था कि जिन वक्ताओं को बुलाया गया है वो पाक विरोधी जाने जाते हैं. इसलिए लोगों की भावनाएं भड़क सकती हैं. खासकर एक समुदाय की. इसलिए इजाजत वापस ले ली गई है.