तृणमूल कांग्रेस सदर और चीफ़ मिनिस्टर मग़रिबी बंगाल ममता बनर्जी ने अपनी 18 माही वज़ारत में रद्दोबदल किया है। 8 नए चेहरों को शामिल करते हुए क़लमदान भी तफ़वीज़ किए हैं। इस तबदीली में सब से ज़्यादा देही बंगाल से ताल्लुक़ रखने वाले क़ाइदीन को नुमाइंदगी दी गई है।
चीफ़ मिनिस्टर ने रियासत में आने वाले पंचायत इंतेख़ाबात को पेशे नज़र रख कर ये तबदीली की है। 8 के मिनजुमला 6 अरकान तृणमूल कांग्रेस के एम एल अज़ हैं जबकि दीगर 2 करशननदो नारायण चौधरी और हुमायूँ कबीर कल ही कांग्रेस से स्तीफ़ा दे कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
ममता बनर्जी हुकूमत ने कल ही अपने 18 माह मुकम्मल किए। इस तबदीली का मक़सद 6 मख़लवा क़लमदानों को पर करना था जो कांग्रेस वुज़रा के स्तीफे के बाद ख़ाली थे। यू पी ए हुकूमत से ताईद वापिस लेने के बाद मग़रिबी बंगाल में भी कांग्रेस ने जैसे को तैसा कार्रवाई करते हुए ममता बनर्जी की हुकूमत से ताईद वापिस ली थी और अपने वुज़रा के स्तीफ़े पेश किए थे।
मौजूदा 5 वुज़रा के बिशमोल 13 वुज़रा ने यहां राज भवन में मुनाक़िदा एक सादा सी तक़रीब में हलफ़ लिया। गवर्नर एम के नारायण ने इन वुज़रा को ओहदा और राज़दारी का हलफ़ दिलाया। इस मौके पर चीफ़ मिनिस्टर ममता बनर्जी उन की वज़ारती कौंसल के अरकान के अलावा स्पीकर असैंबली बमन बनर्जी भी मौजूद थे।
जो वुज़रा मुमलिकती वज़ारतें रखते थे उन्हीं काबीनी दर्जा दिया गया है इन में मुदुन मित्रा , अरूप बिस्वास, सुब्रता शाह, मिंजल कृष्णा ठाकुर और चन्द्रमां भट्टाचार् जी शामिल हैं।कृष्णो डू चौधरी और राजीव बनर्जी को भी काबीनी दर्जा दिया गया है। हुमायूँ कबीर और दीगर 6 नए वुज़रा को मुमलिकती दर्जा दिया गया है।