रोजर फ़ेडरर ने अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी रफ़ाएल नडाल को 6-3, 6-4 से हरा कर मयामी ओपन अपने नाम कर लिया और इस साल की अपनी बेहतरीन शुरुआत को बरकरार रखा है. चोट लगने की वजह से छह महीने तक कोर्ट से बाहर रहने के बाद लौटे 35 वर्षीय फ़ेडरर ऑस्ट्रेलियन ओपन और इंडियन वेल्स के ख़िताब जीत चुके हैं. लेकिन एटीपी टूर में दोबारा दमदार उपस्थिति दर्ज कराने के लिए फ्रेंच ओपन से उन्होंने खुद ब्रेक लिया है. मई में फ्रेंच ओपन होने वाला है और रविवार को इस जीत के बाद फ़ेडरर ने कहा, “पिछले कुछ हफ़्ते काफ़ी शानदार रहे.”
फ़ेडरर ने कहा, “मैं अब 24 का नहीं रहा, इसलिए चीजें बहुत बदल गई हैं और शायद मैं अब फ्रेंच ओपन के अलावा किसी क्ले कोर्ट (लाल बजरी) मैच में हिस्सा नहीं लूंगा.”
इस साल हुए इन सभी मैचों में फ़ेडरर ने नडाल को हराया और उनके साथ हुए पिछले चार मैचों में जीत दर्ज की.
लाल बजरी के बादशाह कहे जाने वाले नडाल का यह पांचवां मयामी फ़ाइनल था, लेकिन इस मास्टर्स सिरीज़ मैच में वो खाली हाथ रह गए.
हालांकि मैच की शुरुआत में दोनों खिलाड़ियों के बीच बराबरी की टक्कर थी, लेकिन किसी तरह फ़ेडरर ने ब्रेक प्वॉइंट बचाकर खुद को सुरक्षित किया.
आखिरकार स्विस ख़िलाड़ी ने नडाल पर 5-3 की बढ़त हासिल कर ली. फ़ेडरर ने ब्रेक प्वाइंट को बचाने और 3-3 से बराबरी के क्षण को मैच का बहुत अहम मोड़ बताया.
उन्होंने कहा, “यह अहम पड़ाव था, वो बहुत अच्छी टेनिस खेल रहे थे.”
नडाल और फ़ेडरर के बीच मैच हमेशा ही बहुत रोचक होता है, दोनों के स्टाइल में बहुत फ़र्क है.
इस मैच का दूसरा सेट भी पहले ही जैसा ही था, लेकिन फ़ेडरर ने आखिरकार इसमें भी 5-4 से बढ़त बनाने में सफलता हासिल कर ली.
इस साल हुए तीन फ़ाइनल मैचों में नडाल को हार मिली है, लेकिन उन्होंने कहा है कि वो लाल बजरी पर खेलने के लिए अच्छे फॉर्म में हैं, जहां उनकी सफलता शानदार रही है.