मरहूम महमूद साहब ने लड़की का ज़बरदस्त रौल किया था: सैफ अली ख़ां

सैफ अली ख़ां ने एतराफ़ किया कि हम शकल में लड़की का रौल अदा करने में रीतेश देशमुख ने उन्हें और राम कपूर को मात दीदी। उन्होंने कहा कि रीतेश देशमुख ने जिस चाबुकदस्ती से लड़की का रौल किया है वो देखने से ही ताल्लुक़ रखता है।

उस की एक अहम वजह ये है कि वो पहले भी ऐसे रौल करचुके हैं। सैफ ने कहा कि अपना सपना मनी मनी नामी फ़िल्म में उन्होंने (रीतेश) अनुपम ख़ैर के मुक़ाबिल लड़की का ज़बरदस्त रोल अदा किया था जिसे याद करके उन्हें आज भी हंसी आती है। सैफ अली ख़ां ने कहा कि उनकी वालिदा शर्मीला टैगोर के दौर के कॉमेडियन महमूद साहब की एक पुरानी फ़िल्म आरज़ू यूट्यूब पर देखने का इत्तिफ़ाक़ हुआ जिस में आँजहानी राजिंदर कुमार हीरो थे और हीरोइन साधना थीं।

इस फ़िल्म में महमूद साहब मरहूम ने लड़की का रौल अदा किया है जो दरअसल दिल्ली शहर में किराए का मकान हासिल करने ड्रामा बाज़ी करते हुए अदा किया गया है। सैफ ने कहा कि महमूद साहब ने जिस अंदाज़ से मैक अप किया है और उन का चाल ढाल देख कर कोई ये नहीं कह सकता कि वो मर्द हैं।

फ़िल्म में मालिक मकान को लुभाने के लिये महमूद साहब लड़की का रूप धार लेते हैं। बहरेहाल फ़िल्म देख कर वो अपनी हंसी रोक नहीं पाए हालाँकि फ़िल्म का मौज़ू संजीदा नवीत का था। सैफ ने कहा कि लड़कियों का रौल अदा करने वाले एक से बढ़ कर एक अदाकार हिन्दी फ़िल्मी सनअत में गुज़र चुके हैं।