महाराष्ट्र में आरक्षण की मांग को लेकर मराठा आंदोलन की आग अब तेज होती जा रही है. महाराष्ट्र में एक श्रमिक और एक छात्र के अपनी जान लेने के साथ ही मराठा आरक्षण आंदोलन की मांग को लेकर खुदकुशी करने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गयी है. वहीं, राज्य में इस मुद्दे को लेकर आठ लोगों ने आत्मदाह की भी कोशिश की. आज मराठा समुदाय के लोग मुंबई में जेल भरो आंदोलन करेंगे. हालांकि, मुंबई पुलिस का दावा है कि जेल भरो आंदोलन के मुद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिये गये हैं. बता दें कि मराठा क्रांति मोर्चा सरकार नौकरी और शिक्षा में अपने समुदाय के लिए आरक्षण की मांग कर रहा है. आज मराठा क्रांति मोर्चा ने ही जेल भरो आंदोलन का आह्वान किया है. आंदोलन मुंबई के आजाद मैदान में होगा. बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बीते शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी और इस विषय पर चर्चा किया था.
पुलिस के मुताबिक औरंगाबाद जिले में फुलांबरी तहसील के वदोदबाजार गांव में 17 वर्षीय छात्र ने कुएं में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली. एक अधिकारी ने बताया कि प्रदीप हरि म्हेस्के को दसवीं की परीक्षा में 75 प्रतिशत अंक मिले थे लेकिन मराठा आरक्षण नहीं होने के कारण एक जूनियर कॉलेज और तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान में उसका नामांकन नहीं हो सका था. म्हास्के के खुदकुशी कर लेने से महाराष्ट्र में प्रदर्शन और तेज हो गए हैं. मराठा समुदाय के लोगों ने औरंगाबाद-जलगांव मार्ग पर ‘रास्ता रोको’ प्रदर्शन शुरू कर दिया.
पुलिस ने बताया कि मराठवाड़ा क्षेत्र के बीड़ जिले के वीदा गांव के 35 वर्षीय खेत मजदूर अभिजीत देशमुख ने अपने घर के समीप एक पेड़ से फांसी लगा ली. उन्होंने बताया कि मराठवाड़ा क्षेत्र के लातूर जिले में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आठ प्रदर्शनकारियों ने अपने शरीर पर किरोसिन छिड़ककर आत्मदाह की कोशिश की. मराठा समुदाय के लोगों ने कहा है कि राज्य की भाजपा नीत सरकार प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों को वापस लेने में ‘विफल’ रही है और इसके खिलाफ आज वे मुंबई में प्रदर्शन करेंगे.
बीड के पुलिस अधीक्षक जी श्रीधर ने कहा, ‘‘हमें एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने कहा है कि वह मराठा आरक्षण की मांग के समर्थन में यह कदम उठा रहा है.’ सुसाइड नोट में देशमुख ने बेरोजगारी और बैंक के बकाये कर्ज को आत्महत्या की वजह बताया है। मराठा आरक्षण के मुद्दे पर राज्य में आत्महत्या का यह पांचवां मामला है. पुलिस ने बताया कि मराठा आरक्षण की मांग को लेकर नांदेड जिले में 29 जुलाई को 38 वर्षीय एक व्यक्ति ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. मुंबई से करीब 570 किलोमीटर दूर नांदेड के धाबाद गांव में काचरू कल्याणे ने अपने घर में पंखे से फांसी लगा ली. कल्याणे ने उस समय फांसी लगाई जब 29 जुलाई को उसके घर के सदस्य कुछ काम से बाहर गए हुए थे. उन्होंने बताया कि कल्याणे के शव के समीप मिले सुसाइड नोट में लिखा है कि वह आरक्षण के लिए मराठा समुदाय की मांग को लेकर अपनी जिंदगी खत्म कर रहा है.
पुलिस ने बताया कि इस मुद्दे पर 29 जुलाई को औरंगाबाद में एक चलती ट्रेन के सामने कूदकर 35 वर्षीय व्यक्ति ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. पिछले सप्ताह औरंगाबाद में दो व्यक्तियों ने आत्महत्या की थी जबकि एक अन्य की आंदोलनकारियों की हिंसा के दौरान मौत हो गई थी. लातूर के पुलिस अधीक्षक शिवाजी राठौड़ ने बताया कि लातूर जिले के औसा में तहसीलदार कार्यालय के बाहर आठ लोगों ने आत्मदाह की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने समय पर हस्तक्षेप करते हुए उनके इस प्रयास को विफल कर दिया. उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया.