मरीनस मुक़द्दमे पर शक ज़ाहिर ना करने ख़ुरशीद का मश्वरा

अल्माटी (कज़ाकिस्तान) 27 अप्रैल (पी टी आई) इटली को दुबारा तय्यक़ून‌ देने की कोशिश करते हुए हिन्दुस्तान ने कहा कि इटालवी मेरीनस सिपाहीयों पर जारी मुक़द्दमे के सिलसिले में शकूक-ओ-शुबहात ज़ाहिर करने की ज़रूरत नहीं है।

एन आई ए मुंसिफ़ाना तहक़ीक़ात करने वाली महिकमा है और 2 हिन्दुस्तानी मछुआरों के हिन्दुस्तान की आबी हुदूद‌ में क़तल की ग़ैर जांबदाराना तहक़ीक़ात की जा रही हैं। वज़ीर-ए-ख़ारजा सलमान ख़ुरशीद ने कहा कि वो एन आई ए को सौंपी हुई ज़िम्मेदारी से मुतमइन हैं। ये ज़िम्मेदारी हुकूमत की तरफ़ से नहीं बल्कि सुप्रीम कोर्ट से एन आई ए के सपुर्द की गई है।

इस तहक़ीक़ात पर कोई शुबा करना मुनासिब नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने एन आई ए को 2 इटालवी मैरीन फ़ौजीयों के हाथों पिछ्ले साल फरव‌री में 2 हिन्दुस्तानी मछुआरों के क़तल की तहक़ीक़ात की इजाज़त दे दी और ख़ुसूसी अदालत को हिदायत दी कि फ़र्द-ए-जुर्म पेश किए जाने के मामले में मुक़द्दमा की रोज़ाना समाअत की जाये। सलमान ख़ुरशीद अफ़्ग़ानिस्तान के मौज़ू पर मुनाक़िद एक इजलास में हिस्सा लेने के लिए अल्माटी आए हैं।