मुंबई
हुक़ूक़ इतफ़ाल की तंज़ीम (चाईलड राईट्स आर्गेनाईज़ेशन) ने ये शिकायत की है कि मर्कज़ी बजट में बच्चों के साथ शदीद नाइंसाफ़ी की गई। ना सिर्फ़ उनकी ज़रूरीयात से भी कम वसाइल मुख़तस किए हैं बल्कि गुज़िश्ता साल के मुक़ाबिल फंड्स में 17.12 फ़ीसद तक घटा दिया गया है।
ये निशानदेही करते हुए बच्चों के जुमला बजट में मजमूई घरेलू पैदावार के तनासुब में बतदरीज कटौती की जा रही है और नए बजट में जी डी पी का सिर्फ़ 0.41 फ़ीसद मुख़तस किया गया है जबकि बजट में सब से ज़्यादा कटौती बच्चों के फंड्स में की गई है और बताया गया कि मालीयाती साल 2014 में बच्चों का बजट 72,496 करोड़ था जिस में मुसलसल कटौती करते हुए साल 2016 में 57,919 करोड़ तक घटा दिया गया है।
तंज़ीम ने बताया कि बच्चों की तालीम, तरक़्क़ी, सेहत और तहफ़्फ़ुज़ के शोबों में बराए नाम फंड्स मुख़तस किए गए हैं|