नई दिल्ली: मिनिस्टर आफ़ स्टेट फाईनेंस जयंत सिन्हा ने आज कहा कि मर्कज़ी हुकूमत साल2016 – 17 का बजट29 फ़रवरी को पार्लीमेंट में पेश करेगी और इस बजट में आइन्दा तीन साल के लिए मुल्क की मईशत की राह का ताय्युन किया जाएगा। जयंत सिन्हा ने हिन्दुस्तान। कोरिया बिज़नस चोटी कान्फ़्रेंस से ख़िताब करते हुए काह कि हम बजट पर सख़्त मेहनत कर रहे हैं और इस बजट को पार्लिमेंट में29 फ़रवरी को पेश किया जाएगा।
बजट में हम कोशिश कर रहे हैं कि आइन्दा दोता तीन साल के लिए मुल्क की मईशत की राह का और मन्सूबा का ताय्युन किया जाये। जयंत सिन्हा ने कहा कि हम पूरी मुस्तक़िल मिज़ाजी के साथ बहुत वाज़िह माशी पालिसीयों पर अमलावरी कर रहे हैं। हमने माशी उसूलों को बहुत मुस्तहकम अंदाज़ में पेश कर दिया है और हम ये यक़ीन रखते हैं कि हम एक तवील वक़्त के लिए ज़्यादा बेहतर शरह तरक़्क़ी हासिल करने में कामयाब रहेंगे।
वज़ीरे फाइनेँस अरूण जेटली इमकान है कि अपने मुसलसल दूसरे मुकम्मल बजट में माशी तरक़्क़ी को तेज़-रफ़्तार बनाने पर तवज्जे मर्कूज़ करेंगे। ऐसा तास्सुर पैदा हो रहा है कि आलमी सतह पर माशी इन्हितात और सुस्त-रवी के बावजूद हिन्दुस्तान में माशी तरक़्क़ी की शरह7 ता7.5 फ़ीसद हो सकती है।
वज़ीरे फाईनेंस अरूण जेटली की बजट तैयार करने के लिए जो टीम तैयार की गई है इस में मिनिस्टर आफ़ स्टेट फाईनेंस जयंत सिन्हा के अलावा माशी मुशीर आला अरविंद सुब्रमण्यम और नीयती आयोग के नायब सदर नशीन अरूण पनागारीह शामिल हैं। ओहदेदारों की टीम की क़ियादत विज़ारत फाईनेंस के सेक्रेटरी रतन वाटल के अलावा महिकमा माशी उमूर के सेक्रेटरी शक्ति कान्ता दास विज़ारत माल के सेक्रेटरी हसमुख अढया और सरमायानिकासी के सेक्रेटरी नीरज गुप्ता कर रहे हैं।
मर्कज़ी हुकूमत की तर्जीहात पर इज़हार-ए-ख़याल करते हुए मिस्टर जयंत सिन्हा ने कहा कि हुकूमत का अव्वलीन मक़सद यही है कि मुल्क से ग़ुर्बत का ख़ातमे किया जाये। यही हुकूमत की ज़िम्मेदारी है और हुकूमत इस पर तवज्जे के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हम एक मुवाफ़िक़ ग़रीब हुकूमत हैं लेकिन चूँकि चूँकि हम मुवाफ़िक़ ग़रीब हैं इस लिए हम मुवाफ़िक़ मार्किट भी हैं।
अगर मुक़ाबला ज़्यादा बेहतर नहीं होता और मार्किट और कंपनियों की बेहतरी नहीं होती है तो फिर किस तरह से फ़ाज़िल मईशत हासिल कर सकते हैं। हमें टेक्स मालिया की भी ज़रूरत है उन्होंने कहा कि हम मुवाफ़िक़ ग़रीब और मुवाफ़िक़ मार्किट हुकूमत हैं। हम बाइख़तियार बनाने में यक़ीन रखते हैं।
उन्होंने कहा कि हुकूमत ज़रई पैदावार में इज़ाफे को यक़ीनी बनाने के लिए काम कर रही है। हुकूमत ने कल ही क़ौमी सतह पर फसलों के इंशोरंस की स्कीम का ऐलान किया था ताकि किसानों को आफ़ात-ए-समावी की सूरत में फसलों के नुक़्सान से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि हुकूमत ने आबपाशी के लिए भी बड़े प्रोग्राम शुरू किए हैं।
सिन्हा ने कहा कि हुकूमत समाजी सिक्योरिटी के मुफ़ादात तमाम तबक़ात तक पहूँचाने के लिए भी काम कर रही है। इस के अलावा हुकूमत ने माशी शोबे में इस्लाहात नाफ़िज़ किए हैं और उसने इन्फ़िरा स्ट्रकचर के शोबे में सरमायाकारी में भी इज़ाफ़ा किया है। क़ौमी शाहराहों की तामीर की रफ़्तार को भी इज़ाफ़ा कर दिया गया है और इस से भी मईशत बेहतर हो सकती है|