मर्कज़ी मुलाज़मीन के गिरानी एलाउन्स में 7 फ़ीसद इज़ाफ़ा

अपने मुलाज़मीन और वज़ीफ़ा याब मुलाज़मीन को इफ़रात-ए-ज़र के बोझ से राहत दिलाते हुए मर्कज़ी हुकूमत ने आज गिरानी एलाउंस में 7 फ़ीसद नकात इज़ाफ़ा का ऐलान किया, जिससे सरकारी ख़ज़ाना पर 7500 करोड़ रुपये का इज़ाफ़ा बोझ आइद होगा।

गिरानी एलाउंस की नई शरह अब बुनियादी तनख़्वाह का 65 फ़ीसद होगी, जो अब तक 58 फ़ीसद थी। इस शरह पर यक्म जनवरी 2012 से असतक़दामी असर के साथ अमल आवरी की जाएगी। ये फ़ैसला मर्कज़ी काबीना ने करते हुए कहा कि इस इज़ाफ़ा से 50 लाख मुलाज़मीन और 30 लाख वज़ीफ़ा याब मुलाज़मीन को फ़ायदा पहुंचेगा।

हुकूमत गिरानी एलाउंस में मुक़र्ररा वक़्फ़ा के साथ इज़ाफ़ा करती है, जिसका ताल्लुक़ सारिफ़ीन क़ीमत ईशारीया से होता है। सनअती मुलाज़मीन के लिए इसी शरह से गिरानी एलाउंस में इज़ाफ़ा किया जाता है। सारिफ़ीन क़ीमत के ईशारीया में जनवरी से 7 फ़ीसद तक इज़ाफ़ा हो चुका है। चुनांचे मर्कज़ी मुलाज़मीन और वज़ीफ़ा याबों को इसी शरह से गिरानी एलाउंस में इज़ाफ़ा किया गया है।