बी जे पी के वज़ारत अज़मी के ओहदा के उम्मीदवार और वज़ीर आला गुजरात नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर अपनी आदत से मजबूर मर्कज़ी हुकूमत को शदीद तन्क़ीद का निशाना बनाया और कहा कि नौजवानों में महारत पैदा करने केलिए हुकूमत का रवैया इंतिहाई गैर मूसिर है और हुकूमत इस शोबा में कमेटियां बनाती है और ख़त्म करती है।
इस तरह मर्कज़ी हुकूमत इस काम में माहिर होचुकी है। पहले सब का मुँह बंद करने केलिए कोई कमेटी या कमीशन तशकील दिया जाता है और फिर अदम पुज़ीराई का रोना रोते हुए उसे खत्म करदिया जाता है। 2008 में मर्कज़ ने मिनिस्टर्स नेशनल सेंटर फ़ार स्केल डेवलप्मेंट क़ायम किया था। उसके बाद एक स्केल डेवलप्मेंट बोर्ड तशकील दिया गया।
आज ये दोनों मजालिस बे कार हैं और कोई काम अंजाम नहीं दे रही हैं गांधी नगर के महात्मा मंदिर में नेशनल कान्फ़्रेंस बराए स्केल डेवलप्मेंट के शुरुआती इजलास से ख़िताब करते हुए नरेंद्र मोदी ने ये बात कही । अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने हुकूमत को मज़ीद आड़े हाथों लिया और कहा कि 2009 में नेशनल स्केल पॉलीसी जो दरअसल वज़ीर-ए-आज़म के दफ़्तर में मुशावरती दफ़्तर के तौर पर काम करने वाला था, की तशकील की गई लेकिन नतीजा वही टाएं टाएं फ़िश।
यहां भी हुकूमत को जब सब्र नहीं हुआ तो उसने नेशनल स्केल डेवलप्मेंट के नाम से एक और बोर्ड तशकील देदिया। उन्हों ने मुस्कुराते हुए कहा कि आप सुनते सुनते थक जाएंगे लेकिन हुकूमत मुख़्तलिफ़ बोर्डस तशकील देते देते नहीं थकी। उन्होंने कहा कि आज से चार या पाँच साल पहले वज़ीर-ए-आज़म ने वाजिह तौर पर कहा था कि उनकी तमाम तर तवज्जो स्केल डेवलप्मेंट पर मर्कूज़ है और हम कम-ओ-बेश 500 प्रोजेक्टस पर काम करेंगे। एक तरफ़ चीन 50,000 प्रोजेक्टस की बात करता है तो हिंदुस्तान सिर्फ़ 500 पर इकतिफ़ा करना चाहता है।