मर्कज़ अगर फ़ैसला करले तो बहुत जल्द तेलंगाना का क़ियाम मुम्किन- अडवानी

बी जे पी मुकम्मल ताईद करेगी, यू पी ए पर वाअदा से इन्हिराफ़ (मुकर जाने) का इल्ज़ाम, जल्सा-ए-आम से अडवानी-ओ-दीगर का ख़िताब हैदराबाद। 20अक्टूबर, ( सियासत न्यूज़ ) बी जे पी के क़ौमी क़ाइद मिस्टर ईल के अडवानी ने कहा कि अगर सदर कांग्रेस मिसिज़ सोनीया गांधी और वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह फ़ैसला करलीं तो यक्म जनवरी 2012-ए-को अलहदा तेलंगाना रियासत का क़ियाम अमल में आजाएगा, अलहदा रियासत बिल पेश करने पर बी जे पी के 116अरकान-ए-पार्लीमैंट ताईद करने केलिए तैय्यार हैं। अलहदा रियासत के क़ियाम केलिए असैंबली में क़रारदाद मंज़ूर करना ज़रूरी नहीं है, दस्तूर हिंद की आर्टीकल 3 से इस्तिफ़ादा करते हुए मामूली अक्सरीयत के साथ पार्लीमैंट में क़ानूनसाज़ी करने की गुंजाइश मौजूद है, अगर यू पी ए हुकूमत अलहदा तेलंगाना रियासत तशकील देने से इनकार करती है तो बी जे पी की ज़ेर क़ियादत तशकील दी जाने वाली इन डी ए हुकूमत तेलंगाना अवाम के जज़बात का एहतिराम करेगी।जना चेतना यात्रा के ज़रीया हैदराबाद पहूंचने वाले मिस्टर ईल के अडवानी ने नुमाइश गराउनड पर मुनाक़िदा जल्सा-ए-आम से ख़िताब करते हुए इन ख़्यालात का इज़हार किया। मिस्टर जी किशन रेड्डी सदर रियास्ती बी जे पी ने जलसा की सदारत की। इस मौक़ा पर बी जे पी के क़ाइदीन मिस्टर वैंकया नायडू, मिस्टर बंडा रो दत्ता तुरीय, डाक्टर के लक्ष्मण, मिस्टर विद्या सागर राव के इलावा दूसरे क़ाइदीन मौजूद थे। मिस्टर ईल के अडवानी ने कहा कि गुज़श्ता 21साल के दौरान उन की ये छुट्टी रथ यात्रा है लेकिन इस रथ यात्रा को अवाम की जो ताईद हासिल होरहि है माज़ी में इस की मिसाल नहीं मिलती। उन्हों ने कहा कि वो बिहार से बदउनवानीयों के ख़िलाफ़ रथ यात्रा शुरू करचुके थे ताहम आंधरा प्रदेश में जैसे ही रथ यात्रा दाख़िल हुई वो अवाम की भरपूर ताईद को देखते हुए तेलंगाना पर तेलंगाना जैसे अहम मौज़ू को नजरअंदाज़ नहीं करसकी। मिस्टर अडवानी ने कहा कि 9 डसमबर 2009-को मर्कज़ी यू पी ए हुकूमत ने अलहदा तेलंगाना रियासत तशकील देने का वाअदा किया था और सिर्फ पंद्रह में अपने वाअदे से मुनहरिफ़ होगई जिस की वजह से अवाम मर्कज़ी हुकूमत और कांग्रेस पार्टी पर ब्रहम हैं और दोनों को सबक़ सिखाने केलिए बेचैन हैं। उन्हों ने कहा कि दस्तूर हिंद में ये नहीं लिखा है कि रियासत की तशकील केलिए असैंबली में क़रारदाद मंज़ूर होना लाज़िमी है, आर्टीकल 3का इस्तिमाल करते हुए मामूली अक्सरीयत से पार्लीमैंट में क़ानूनसाज़ी करते हुए अलहदा रियासत तशकील देने का दस्तूर हिंद ने मुकम्मल इख़तियार दिया है, लेकिन मर्कज़ी हुकूमत अलहदा तेलंगाना रियासत तशकील देने केलिए तैय्यार नहीं। उन्हों ने कहा कि अगर सोनीया गांधी और डाक्टर मनमोहन सिंह फ़ैसला करलीं तो यक्म जनवरी 2012-ए-को अलहदा तेलंगाना रियासत का क़ियाम अमल में आसकता है, लेकिन दोनों क़ाइदीन इस के लिए तैय्यार नहीं हैं। उन्हों ने कहा कि बी जे पी के 116 अरकान पार्लीमान और 50अरकान राज्य सभा हैं, अगर पार्लीमैंट और राज्य सभा में तेलंगाना का बिल पेश किया जाता है तो बी जे पी उस की भरपूर ताईद करेगी। उन्हों ने कहा कि बी जे पी ने इक़तिदार हासिल होने पर तीन छोटी रियास्तें तशकील देने का वाअदा किया था, और इक़तिदार हासिल होते है बगै़र किसी तनाज़ा के वाअदे के मुताबिक़ तीन छोटी रियास्तें तशकील दे दी गईं। मिस्टर अडवानी ने कहा कि मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला के ओहदा पर फ़ाइज़ रहते हुए तीन छोटी रियास्तें तशकील देने का उन्हें एज़ाज़ हासिल है और इस पर वो फ़ख़र महसूस करते हैं।उन्हों ने कहा कि इलाक़ा तेलंगाना के तमाम सरकारी मुलाज़मीन, टीचर्स, मज़दूरों और मुख़्तलिफ़ मह्कमाजात के मुलाज़मीन ने 35 यौम तक आम हड़ताल मुनज़्ज़म की मगर अफ़सोस इस बात का है कि कांग्रेस की ज़ेर क़ियादत यू पी ए हुकूमत ने कोई रद्द-ए-अमल का इज़हार नहीं किया है, तेलंगाना के वाअदे से मुनहरिफ़ होजाने पर अभी तक 600 से ज़ाइद नौजवानों ने ख़ुदकुशी की है, श्रम की बात ये है कि एक नौजवान ने दिल्ली पहुंच कर ख़ुदकुशी की है। उन्हों ने कहा कि मुल्क में रिश्वतखोरी आम होगई है, बदउनवानीयाँ उरूज पर हैं और एक के बाद एक स्कैंडलस मंज़रे आम पर आरहे हैं और बैरूनी ममालिक में मौजूद 25लाख करोड़ का काला धन हिंदूस्तान लाने में मर्कज़ी हुकूमत नाकाम होचुकी है। उन्हों ने कहा कि यू पी ए हुकूमत की बदउनवानीयों पर एक फ़िल्म बनाई जा सकती है, यू पी ए हुकूमत की बदउनवानीयों से मुलक के अवाम बदज़न होगए हैं और अवाम बग़ावत पर उतर आए हैं किसी भी वक़्त मर्कज़ी हुकूमत इक़तिदार से महरूम होसकती है।मिस्टर अडवानी ने कहा कि बैरूनी ममालिक में रखे गए 25लाख करोड़ रुपय हिंदूस्तान वापिस लाए गए तो मुलक के 6लाख देहातों को शहरों की तर्ज़ पर तरक़्क़ी दी जा सकती है, गावं में बर्क़ी, तालीम, हॉस्पिटल्स और सड़कों के साथ साथ पानी की बुनियादी सहूलतें ग़रीब अवाम को मयस्सर होजाएंगी। उन्हों ने जुए तेलंगाना का नारा देते हुए अपनी तक़रीर ख़तम