मर्कज़ ए हई की जानिब से मज़ीद सिलाई मशीनों की तक़सीम

मर्कज़ हई और सियासत की जानिब से 31 मार्च को तक़सीम किए गए थे, दूसरे रोज़ भी यकुम अप्रील को चंद मुस्तहीक़्क़ीन में मज़ीद सिलाई मशीनें तक़सीम की गएं।

इस प्रोग्राम की सदारत जनाब क़वी अब्बासी ऐडवोकेट ने की जब कि मुहम्मद हाजी जनरल सैक्रेटरी ने इस्तेक़बाल किया। प्रोग्राम की कार्रवाई जनाब रशीद उद्दीन रशीद ने चलाई।

सिलाई मशीनें हासिल करने वालों का एहसास है कि आज के पुरआशोब दौर में दूसरों की हक़तलफ़ी की जाती है, लेकिन जनाब ज़ाहिद अली ख़ां, एडीटर सियासत जैसी शख्सियत आज के एसे दौर में भी मिल्लत इस्लामिया के लोगों का दर्द समझते हुए कार ए ख़ैर का काम अंजाम दे रहे हैं।

अल्लाह रबु लइज्ज़त से दुआ है कि जनाब ज़ाहिद अली ख़ां का इदारा तरक़्क़ी की मंज़िलें तेय‌ करे। चंद ख्वातीन ने जनाब आमिर अली ख़ां को भी दूआ से नवाज़ा। जनाब क़वी अब्बासी सदर मर्कज़ हई ट्रस्ट का शुक्रिया अदा करते हुए मुस्तहिक़ ख्वातीन ने उन के रोशन मुस्तक़बिल के लिए दूआ की।

क़वी अब्बासी ने कहा कि एसी इस्कीमात‌ आगे भी जारी रहेंगी और मुस्तहिक़ लोगों को बफ़ज़ल ए ताला फ़ैज़ पहुंचाया जाएगा। मुहम्मद हाजी जनरल सैक्रेटरी ने अपनी तक़रीर में कहा कि अनक़रीब दूसरी ईस्कीमात भी मुतआरिफ़ करवाई जाएंगी। मुहम्मद हाजी ने कहा कि जनाब ज़ाहिद अली ख़ां और जनाब आमिर अली ख़ां के जैसी शख़्सीयात जज़बा मिल्लत इस्लामिया के तहत आगे भी एसे काम अंजाम देते रहेंगे। आख़िर में रशीद उद्दीन रशीद ने शुक्रिया अदा करते हुए प्रोग्राम के इख़तेताम का ऐलान किया।