मर्क़ज़ी टीम ने 7 जिलों का दौरा कर माना झारखंड में है सूखा, जल्द मिलेगी मदद

रांची/जमशेदपुर : सूखे का जायजा लेने आई मर्क़ज़ी टीम ने माना कि झारखंड में हालत संगीन है। कहीं 10 फीसद फसलों को नुकसान पहुंचा है तो कहीं 90 फीसद तक। टीम दिल्ली पहुंचते ही मर्क़ज़ी सरकार को रिपोर्ट सौंप देगी। इसके बाद झारखंड को मदद देने पर फैसला लिया जाएगा।
इससे पहले रियासती हुकूमत से इज़ाफ़ी रिपोर्ट की मांग की गई है। हालांकि टीम ने यह वाज़ेह नहीं किया कि मदद की रक़म कितनी होगी। मर्क़ज़ी टीम की कियाद्त कर रहे मर्क़ज़ी ज़राअत वजीर के एडिशनल सेक्रेटरी जलज श्रीवास्तव इतवार को सहाफियो से बातचीत कर रहे थे।

इससे पहले टीम ने दो दिनों में सात जिलों रांची, पलामू, सरायकेला, चाईबासा, लोहरदगा, रामगढ़ व हजारीबाग का दौरा किया। टीम के मेंबर खेतों तक पहुंचे और करीब 500 किसानों से बातचीत की। उनकी हालत जानी। हालात का संजीदगी से जायजा लिया । इस दौरान टीम ने पाया कि कुछ जगहों पर तो फसल लहलहा रही थी, मगर कई जगह हालात बेहद खराब थे।

जलज श्रीवास्तव ने कहा कि पैकेज सुखाड़ का निदान नहीं है। मर्क़ज़, रियासत और पंचायतों को मिल कर काम करने की जरूरत है। सभी मिलकर काम करेंगे तो सुखाड़ की हालात से निपटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि एक ही शोबे में कहीं फसल अच्छी है तो पास में ही सुखाड़ के हालात हैं। उन्होंने कहा कि आबपाशी की पुरानी अमल को अपनाने की जरूरत है। लम्बे वक्त की मंसूबा पर काम करना होगा।
रियासती हुकूमत की तरफ से 1140 करोड़ रुपए की मांग पर उन्होंने कोई इशारा नहीं दिया। कहा, यह मर्क़ज़ी हुकूमत तय करेगी। जब उनसे पूछा गया कि क्या मार्च से पहले झारखंड को मर्क़ज़ी मदद मिल जाएगी, उन्होंने कहा कि यकीनी तौर से उससे पहले मर्क़ज़ी मदद मिलेगी। लेकिन कितनी, यह नहीं बता सकते।